shiftindia.com
स्याही और शब्द की जिज्ञासा है आशुतोष का ‘द्वंद’, काव्य संग्रह जरूर पढ़ें
कभी स्याही और शब्द की जिज्ञासाओं को टटोलती तो कभी नए वर्ष की जश्न मनाती, कभी हंसी और खुबसूरती की तलाश तो कभी रोजी रोटी और मकान की चिंता। नए वर्ष से लेकर बचपन और मौत तक के कटु सत्य को बड़ी बारीकी से …