गुरुवार की दोपहर बेगूसराय जिले के छह आरोपित पटना एयरपोर्ट पर फर्जी आईडी के सहारे मुंबई जाने क्रम में हवाई सफर करने से पहले पकड़ लिये गए। सीआईएसएफ ने खुफिया सूचना व जांच के दौरान इस गिरोह से जुड़े मास्टरमाइंड, दो एजेंट समेत छह सदस्यों को धर- दबोचा। जहाँ तीन सदस्य स्पाइसजेट की फ्लाइट से फर्जी आईडी (आधार कार्ड) के सहारे वहीं तीन यात्री विमान से मुंबई जाने की फिराक में थे।
बतादें कि यात्रियों से पूछताछ के बाद दो एजेंट और उनके एक और सहयोगी को भी पकड़ा लिया गया। वहीं सीआईएसएफ ने पकड़े गये सभी आरोपितों को एयरपोर्ट थाने के हवाले कर दिया। गौरतलब है कि पुलिस की जांच में आरोपितों के पास से फर्जी आईडी कार्ड के के साथ साथ असली आईडी कार्ड भी मिले हैं, जिसकी जांच जरी है। वहीं पकड़े गये आरोपितों के खिलाफ एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने केस भी दर्ज कर लिया है।
फर्जी आईडी के सहारे फ्लाइट से जा रहे थे मुंबई
पुलिस केअनुसार गिरोह से जुड़े तीन यात्री मोहम्मद हुसैन आलम, अब्दुल रहमान और बलराम कुमार महासेठ गुरुवार की दोपहर पटना एयरपोर्ट पर स्पाइसजेट की फ्लाइट से मुंबई जाने की तैयारी में थे। इसी बीच सीआईएसएफ के इंटेलिजेंस विंग के इंचार्ज अजीत कुमार को खुफिया जानकारी मिली। जिसके बाद उन्होंने लेडी कांस्टेबल अंशुमाला के साथ डिपार्चर गेट पर दबिश बनाने के बाद फर्जी आईडी लिए इन तीन यात्रियों को धर- दबोचा गया। जांच में इनके पास से दो तरह के आईडी कार्ड मिले।
पकड़े गये यात्रियों ने पूछताछ क्रम में एयरपोर्ट थाना प्रभारी अरुण कुमार को बताया कि गिरोह के मास्टरमांइड मोहम्मद जुनेद आलम ने दो एजेंटों के जरिए यह फर्जी आईडी उन्हें उपलब्ध कराई थी। थाना प्रभारी अरुण कुमार ने बताया कि इसके आधार पर दोनों एजेंट विवेक कुमार सिंह और मधुमीत कुमार सिंह को भी पकड़ा गया। पकड़े गये यात्रियों ने यह भी बताया कि एजेंट व मास्टरमाइंड की ओर से कुल 13 लोगों को फ्लाईट से मुंबई ले जाना था जहाँ दस लोग पहले ही जा चुके थे। तीन लोग जाने से मुकर गये तो उनके बदले फर्जी आईडी बनवाकर हम सभी को मुंबई ले जाने की कोशिश की गई। गौरतलब है कि इसकी यात्रियों के पकड़े जाने पर पता चली। वहीं थाना प्रभारी ने बताया कि जांच जारी है। फर्जी आईडी किसने बनाई, पता चलने पर उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा।
You must be logged in to post a comment.