भागलपुर से बंगाल जा रहा था तस्कर, पूर्णिया में पुलिस ने पकड़ा तो तस्‍कर ने उगले कई राज

भागलपुर से प.बंगाल जा रहे अंतरराज्यीय हथियार तस्कर को पूर्णिया पुलिस ने गुलाबबाग जीरो माइल से गिरफ्तार करने में सफलता पाई। गिरफ्तार किये गए बंगाल के पांजीपाड़ा के ग्वालपोखर थाना क्षेत्र निवासी तस्कर मो आलम के पास से जब्त बंदूक लाइसेंसी बंदूक का टू कॉपी है। अगर उस बंदूक पर बट नंबर चढ़ा होता तो यह हथियार लाइसेंसी दिखता। गौरतलब है कि बंदूक पर मुंगेर स्थित बंदूक फैक्ट्री से निर्माण का मार्का भी लगा हुआ है। जब्त बंदूक से पुलिस अंदाजा लगा रही है कि गिरफ्तार तस्कर का बंदूक फैक्ट्री से जुड़े लोगों से सीधा नेटवर्क है, ना कि कहीं बाहर के गिरोह से।

जानकारी के मुताबिक पुलिस ने तस्कर के पास के 2 कंट्रीमेड रेगुलर राइफल और 5 कारतूस बरामद किया है। पुलिस ने बताया कि तस्कर पिछले 2-3 सालों से हथियार की तस्करी करता था। गिरफ्तार हथियार तस्कर की पहचान पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर के ग्वालपोखर निवासी मो.आलम (58) के रूप में हुई है।

प्रशिक्षु DSP आनंद मोहन गुप्ता ने बताया कि सदर थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पश्चिम बंगाल का एक हथियार तस्कर अवैध हथियार लेकर पूर्णिया के रास्ते पश्चिम बंगाल जा रहा है। सूचना मिलते ही सदर थानेदार पुलिस बल के साथ गुलाबबाग जीरो माइल में सघन वाहन चेकिंग शुरू कर दिया। वाहन चेकिंग के दौरान हथियार तस्कर पुलिस को देखते ही स्कार्पियो गाड़ी से उतरकर भागने लगा। पुलिस ने भाग रहे हथियार तस्कर को खदेड़ कर पकड़ लिया और जब उसके बैग की जांच की गई तो उसमें से दो बंदूक व 5 जिंदा कारतुस बरामद हुआ।

सालों से हथियार तस्करी के कारोबार में जुड़े गिरफ्तार मो आलम भागलपुर में बैठे तस्कर से हथियार की खेप खरीदकर पूर्णिया के रास्ते किशनगंज होते हुए इस्लामपुर लेकर जाता था। इस्लामपुर में बने अपने नेटवर्क के माध्यम से बेचकर हर हाथ हथियार पहुंचाने का जरिया बना हुआ था। गिरफ्तार शातिर तस्कर का कहना है कि वह एक माह में एक से दो खेप हथियार तस्करी करता। वहां जैसा डिमांड मिलता वैसा हथियार तस्करी कर ले जाता और वहां बेचकर प्रत्येक हथियार 10 से 15 हजार रुपये तक मुनाफा कमाता था। पूछताछ में तस्कर ने बताया कि वह सोमवार को किशनगंज में बस पकड़कर भागलपुर गया।

40 हजार में खरीदी थी एक बंदूक

वहां विक्रमशिला पुल के पास स्थित एक होटल में रात में ठहरा। मंगलवार की सुबह वहां शंकर नाम के तस्कर को फोन करने पर वह झोला में दोनों बंदूक और पांच कारतूस लेकर आया। 40-40 हजार में दोनों हथियार खरीदा। बताया कि वह वहां से वापस बस पकड़ने के लिए पुल के पास खड़ा हुआ। इसी दौरान किशनगंज जा रहे एक स्कॉर्पियों गाड़ी चालक से 500 रुपया में किशनगंज तक पहुंचाने का सौदा हुआ और वह गाड़ी पर बैठकर चला। इसकी गुप्त सूचना पर सदर थाना पुलिस ने जीरोमाइल के पास सघन वाहन जांच अभियान चलाया। जांच के दौरान जैसे ही स्कॉर्पियो को रोककर सवार व्यक्ति को उतारकर जांच शुरू किया और वाहन को आगे लगाने को कहा चालक गाड़ी लेकर फरार हो गया। पुलिस का कहना है कि फरार स्कॉर्पियो भी हथियार तस्करी के काम में संलिप्त है। पुलिस अब उससे पूछताछ कर और उसके मोबाइल नंबर से बातचीत के आधार पर तकनीकी अनुसंधान कर तस्कर के नेटवर्क को खंगालने में जुट गई है।