जानिए हिंदी में होते है कितने महीने, कौनसे महीने का क्या है वक्त…..

भारत वह भूमि है जिसने कई आक्रमण देखा कई राजाओं के शासन को देखा परिस्थितियां बदली यह भूमि कितने ही राजाओं के अधीन हुई। नई संस्कृति,भाषा और तौर तरीको के साथ ही अपनी पुरानी संस्कृति, भाषा और तरीको को आज भी यह भूमि खुद में समेटे हुई है। आज लोगो का हिंदी के प्रति बढ़ रही रुचि ने हिंदी को एक बार फिर अपने पांव पसारने का मौका दिया है। हिंदी भाषा को मजबूत और वैश्विक भाषा बनाने की अगर आप भी चाहत रखते हैं। तो आपको सबसे पहले अपने देश की भाषा का ज्ञान होना अति आवश्यक है। आपके सहयोग के बिन उच्चे पदो पर बैठे बुद्धिजीवी भी कुछ नहीं कर सकते।

नमस्कार मैं हूं सिद्धार्थ और आप सभी के लिए आज हिंदी महीनो के ऊपर लेख लेकर आया हूं। उम्मीद है कि इस लेख को पढ़ने के बाद आप महीनो के हिंदी नाम जान पाएंगे।

हिंदी और अंग्रेजी के अनुसार, एक वर्ष में 12 महीने होते हैं , जिसका पूरा विवरण पंचांग में दिया रहता है। पंचांग का इस्तेमाल प्राचीन समय से भारत में महीने देखने के लिए किया जाता है। एक हिंदी महीना दो पक्षों में बंटा हुआ है जो पंद्रह – पद्रह दिन के होते है | पहले पंद्रह दिनों तक कृष्ण पक्ष चलता है और दूसरे पंद्रह दिनों तक शुक्ल पक्ष चलता है। वहीं हिंदी पंचांग के मुताबिक़, साल का पहला महीना चैत्र मास होता है लेकिन, अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, यह चैत्र मास का महीना मार्च या अप्रैल में पड़ता है। यहां पर आपको 12 महीनों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में दी जा रही है।

चैत्र – हिंदी कैलेंडर के मुताबिक़ तो यह साल का यह पहला महीना है परंतु जब बात करते हैं अंग्रेजी कैलेंडर कि तो उसके अनुसार, मार्च और अप्रैल के महीने में आता है।
वैशाख – हिंदी कैलेंडर के मुताबिक़, यह साल के शुरुआत का दूसरा महीना होता है , वहीं अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, अप्रैल और मई में पड़ता है।
ज्येष्ठ – यह साल के शुरुवात का तीसरा महीना होता है जो, अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, मई और जून में पड़ता है।
आषाढ़ – यह साल के शुरुवात का चौथा महीना होता है जो, जून और जुलाई के महीने में पड़ता है।
श्रावण – यह साल का पांचवां महीना है जो, अगस्त और सितम्बर के महीने में आता है।
भाद्रपद – यह साल का छटवां महीना है जो, अगस्त और सितंबर में पड़ता है ।
अश्विन – यह साल का सातंवा महीना होता है जो, सितम्बर और अक्टूबर के महीने में पड़ता है।
कार्तिक – यह साल का आठंवा महीना कहा जाता है जो अक्टूबर – नवंबर में पड़ता है।
मार्गशीर्ष – यह नौंवा महीना होता है जो, नवंबर और दिसंबर में पड़ता है।
पौष – यह साल का दंसवा महीना होता है जो, दिसंबर और जनवरी महीने में पड़ता है।
माघ – यह साल ग्यारहवां महीना होता है जो, जनवरी और फरवरी महीने में पड़ता है।
फाल्गुन – यह साल बारहवां महीना होता है जो, फरवरी और मार्च के महीने में पड़ता है।