मेयर हत्‍याकांड में भाजपा विधायक के भतीजे का नाम, 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर, घटनास्थल से 2 पिस्टल बरामद

कटिहार महापौर शिवराज पासवान की हत्याकांड के पीछे कई बड़े लोगों का नाम सामने आने से सियासी गलियारे में खलबली मच गई है। मेयर शिवराज पासवान की हत्याकांड मामले में बीजेपी की विधायक कविता पासवान उर्फ़ कविता देवी के भतीजे नीरज पासवान का नाम सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया मामले की जांच जारी है। मालूम हो कि मामला हाई प्रोफाइल होने के कारण जिले के सीनियर अधिकारी खुद इस मामले की जांच कर रहे हैं।

कटिहार के कोढ़ा सुरक्षित विधानसभा सीट से भाजपा विधायक कविता पासवान उर्फ़ कविता देवी के भतीजे नीरज समेत कुल 12 लोगों के खिलाफ कटिहार नगर थाने में नामजद एफआईआर दर्ज कराई गई है। नगर थानाध्यक्ष ने बताया कि 12 लोगों में दो महिलाओं के भी नाम शामिल है। नीरज पासवान के अलावा शुभम उर्फ़ तारे और कुमकुम देवी का नाम भी शामिल है। थानेदार ने ये भी बताया कि इस हत्याकांड में एक अज्ञात शख्स भी शामिल है। जिसके खिलाफ म्रुतक के परिजनों ने आवेदन दिया है।

स्थानीय लोगों के मुताबिक इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी नीरज पासवान दबंग छवि का शख्स है। नीरज कोढ़ा की विधायक कविता पासवान का भतीजा है। गौरतलब हो कि अनुसूचित जाती सुरक्षित विधानसभा सीट कोढ़ा से कविता ने महागठबंधन समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार पूनम कुमारी को भारी अंतर से हराया था।

हालांकि इस हत्याकांड को कटिहार नगर निगम की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं आरोपी नीरज पासवान के छोटे चाचा मलिक पासवान नगर निगम के पार्षद थे, जिनकी मौत बीते वर्ष कोरोना में हो गयी थी। नगर की राजनीति में शिवराज पासवान और मलिक पासवान एक दूसरे के चीर प्रतिद्वंदी थरहे हैं। मलिक पासवान के महापौर  बनने का सपना शिवराज ने कभी पूरा होने नहीं दिया था। मौजूदा वक्त में शिवराज महापौर बन गए थे। दरसल एक ही इलाके के रहने वाले शिवराज पासवान और उनके प्रतिद्वंदियों में शुरू से भी कई अंतर्कलह की बात सामने आई थी।

स्थानीय लोगों का कहना है कि शिवराज पासवान की तरक्की उनके दुश्मनों के आंखों में गड़ रही थी। शिवराज पासवान नगर निगम की राजनीति में अपने भाई को भी उतरना चाहते थे। तीन से चार वार्ड में वह अपना दबदबा कायम करना चाहते थे। जिससे की वे अपने पद पर और भी मजबूती के साथ बने रह।

वहीं शिवराज पासवान धीरे-धीरे निगम की राजनीति से आगे बढ़कर प्रदेश की राजनीति में सक्रीय हो रहे थे। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बड़े-बड़े नेताओं के साथ उनकी अच्छी जान पहचान बढ़ते ही जा रही थी। हाल में लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी आशीर्वाद यात्रा के दौरान शिवराज पासवान के घर पर जाकर मुलाकात की थी। इस दौरान चिराग काफी देर तक शिवराज पासवान के घर पर मौजूद थे।

हालांकि शिवराज पासवान बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, बरारी विधायक विजय सिंह सहित कई दूसरे राजनीतिक हस्तियों के भी करीबी थे। यही वजह रही कि मेयर के उपचुनाव में निर्विरोध जीत गए।

गौरतलब है कि कटिहार के मेयर रहे विजय सिंह बरारी से जेडीयू के विधायक हो गए। उनके इस्तीफा देने की वजह से महापौर का पद खाली हुआ था। जिसके बाद 24 मार्च को चुनाव कराया गया। इसके पहले उपमेयर सूरज प्रकाश राय प्रभारी मेयर के रूप में काम देख रहे थे। नगर निगम के पार्षद शिवराज पासवान निर्विरोध मेयर निर्वाचित हुए थे। कटिहार नगर निगम के पहले निर्विरोध मेयर बने थे। 45 निगम पार्षद में विजय सिंह के विधायक बनने के बाद पार्षदों की संख्या 44 थी। मगर शिवराज पासवान बिना किसी रुकावट के महापौर निर्वाचित हुए थे।

मेयर शिवराज पासवान गुरुवार की शाम करीब नौ बजे अपने घर से निकलकर संतोषी मंदिर की ओर जा रहे थे। तभी सामने से अचानक दो बदमाश आए और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। लोगों ने बताया कि बदमाशों ने तीन गोलियां चलाई। गोली मेयर के सीने में लगी जिससे वे जख्मी होकर वहीं गिर गये। जख्मी मेयर को स्थानीय लोग आनन-फानन में इलाज के लिए केएमसीएच ले जा रहे थे तभी अचानक मिरचाईबाड़ी में आंबेडकर चौक के पास उनकी मौत हो गई।

मेयर की हत्या को लेकर कटिहार के डीएम उदयन मिश्रा ने बताया कि रोजाना की तरह मेयर संतोषी मंदिर जा रहे थे। जहां पहले से ही बदमाश घात लगाए उनका इंतजार कर रहे थे। जैसे ही वह वहां पहुंचे उन पर अंधाधुंध गोलियां चला दी। तीन गोली मेयर को लगी। इलाज के लिए ले जाते समय उनकी मौत हो गई। जो भी इस घटना में शामिल है. वह बख्शे नहीं जाएंगे।