यह घटना अगम कुआँ थाना क्षेत्र के बेरिया बस पड़ाव की है। घटना बुधवार की देर रात हुई। घटना का कारण एजेंटी, वर्चस्व और रंगदारी बताया जाता है। मृतक 42 वर्षीय कृपाशंकर सिंह बताए जाते हैं। घटना के संबंध में मृतक के छोटे भाई वीरेंद्र कुमार ने बताया कि कृपाशंकर बुलेट से बेउर स्थित अपने घर जा रहे थे ,और विरेन्द्र कुमार दूसरी बाईक पर अपने मित्र रामविनय उर्फ पप्पू के साथ जा रहे थे। पटना-मसौढ़ी रोड से आगे बढ़ते ही बड़ी पहाड़ी के पास पहुँचते ही अचानक करीब आधा दर्जन से अधिक अपराधियों ने फिल्मी स्टाइल में उन्हें चारों तरफ से घेर लिया और उनपर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। अचानक गोलीबारी होने से वहां अफरातफरी का माहौल हो गया। फिर उन अपराधी में से एक कृपाशंकर के पास आकर उनके गाल में सटाकर गोली मार दी। गोली लगते ही कृपाशंकर जमीन पर गिर पड़े। उनके जमीन पर गिरते ही अपराधियों ने दनादन उनपर गोलियां बरसा दीं। गोली दाएं गाल, छाती, दोनों कंधा के बीच लगी है। इतना ही नहीं जब अपने बड़े भाई को बचाने के लिए वीरेन्द्र दौड़े तो अपराधियों ने उनपर भी फायर किया लेकिन उन्होंने बस की ओट में छिप कर अपनी जान बचाई। घटना की सूचना मिलते ही अगमकुआं थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और घायल कृपाशंकर को एनएमसीएच पहुंचाए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अस्पताल में मौजूद अधिवक्ता अंजना शंकर और मुंशी संजय सिंह ने बताया कि बुधवार को कृपाशंकर एक मामले में पटना व्यवहार न्यायालय आए थे।
उसके छोटे भाई विरेन्द्र कुमार ने पुलिस को बयान देते हुए सन्नी कुमार, श्याम कुमार, रौशन शर्मा, रामप्रवेश महतो, आनंद प्रकाश उर्फ मुखिया, सत्येंद्र सिंह,मुन्ना यादव को नामजद जबकि अन्य अज्ञात लोगों को आरोपित करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराया है। बताया जाता है कि सभी आरोपित ट्रांसपोर्ट कारोबार में हैं। पुलिस ने घटनास्थल से आधा दर्जन खोखा भी बरामद किया है।
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