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जानें ‘असलम खान’ को जिनके बिना ‘रामायण’ होती अधूरी
आज के इस दौर में सांप्रदायिकता की खाई गहराती हीं जा रही है। धर्म विवादों की आड़ में आपसी भाईचारे और सामाजिक सौहार्द के बीच एक गहरी खाई पैदा हो गयी है, जिसे पाटना काफी कठिन हो गया है। समुदाय विशेष के…