देशभर में मनाई जा रही बसंत पंचमी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मां शारदा की पूजा अर्चना की, पटना के शिक्षण संस्थानों में भी हो रही पूजा

आज बसंत पंचमी है. राजधानी पटना सहित पूरे राज्य में ज्ञान की देवी माता सरस्वती की पूजा श्रद्धा और उल्लास से की जा रही है। पटना के लगभग 500 से अधिक कोचिंग, कॉलेज और स्कूलों में पूजा का आयोजन किया गया है। कोरोना काल में शहर की यह पहली पूजा है, जिसमें लोग एकसाथ पूजा-अर्चना करने जुटे हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मां शारदा की पूजा अर्चना की. सीएम ने मां शारदा से प्रदेश में सुख, शांति और सद्भाव की कामना की. उन्होंने कहा कि लोगों  में शिक्षा का प्रचार प्रसार हो और लोगों का ज्ञान बढ़े

राजधानी पटना में कई जगहों पर मां शारदा की प्रतिमाएं स्थापित

सरस्वती पूजा में लोगों ने मां शारदे की प्रतिमाएं स्थापित की हैं। प्रशासन से छूट मिलने के बाद इस बार दुर्गा पूजा की तुलना में 10 गुना अधिक जगहों पर माता सरस्वती की पूजा का आयोजन किया जा रहा है। हर्षोल्लास के साथ लोग सुबह से ही वीणावादिनी की पूजा में शामिल होने पहुंच रहे हैं। हालांकि पूजा का मुहूर्त सुबह से लेकर दोपहर 12.30 बजे तक ही थी.

सरस्वती पूजा को लेकर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति

शहर में सरस्वती पूजा के दौरान विधि व्यवस्था मॉनिटरिंग के लिए 55 मजिस्ट्रेट, 55 पुलिस अधिकारी के साथ 500 से अधिक पुलिस बल को तैनात किया गया है। पटना विवि समेत अन्य हॉस्टलों के आसपास मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई है.

बसंत पंचमी से सर्दी की हो जाती है विदाई

बसंत पंचमी के दिन से ठंड खत्म होने लगती है और मौसम सुहावना होने लगता है. पेड़-पौधों पर नयी पत्तियां, फूल-कलियां खिलने लग जाती हैं. सरसों की फसल से लहलहाती धरती पीली नजर आती है. इसको ध्यान में रखते हुए लोग बसंत पंचमी का स्वागत पीले वस्त्र पहन कर करते हैं

बसंत पंचमी पर श्रद्धालुओं ने गंगा में लगायी डुबकी

बसंत पंचमी पर सुबह से ही श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगा रहे हैं. हरिद्वार से लेकर वाराणसी, बक्सर, पटना, सुल्तानपुर समेत सभी घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. बिहार, यूपी और पश्चिम बंगाल में बसंत पंचमी के पर्व का खासा महत्व है