उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की नांव पार लगाएंगे मांझी ? प्रयागराज में प्रियंका गांधी ने की पुलिस के बर्रबरता की निंदा, नाविकों को मुआवजा दे सरकार

उत्तर प्रदेश में साल 2022 में विधानसभा का चुनाव होना है ऐसे में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का पूरा फोकस उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर है। प्रियंका गांधी रविवार को प्रयागराज में घूरपुर के बसवार गांव में उन नाविक परिवारों की महिलाओं से मिलीं, जिन पर 4 फरवरी को पुलिस ने कथित रूप से लाठीचार्ज किया था। यह कार्रवाई अवैध खनन के आरोप में की गई थी।

महिलाओं ने रो-रोकर प्रियंका को बताई अपनी दास्तां

प्रियंका गांधी को मछुआरा समाज की महिलाओं ने रो-रोकर अपनी दास्तां बताई। पुलिस ने घर में घुसकर औरतों और बच्चों को भी बेरहमी से पीटा। घर में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। पुलिसिया उत्पीड़न के शिकार हुए घूरपुर के बसवार गांव के मछुआरों का दर्द प्रियंका गांधी सुन रही हैं। प्रियंका गांधी पीड़ित मछुआरों के घर पहुंचकर उनका हालचाल जान रही हैं और प्रशासन के द्वारा की गई ज्यादती के बारे में लोगों से पूछा तो महिलाएं फफक पड़ीं। मछुआरों ने पुलिस के द्वारा तोड़े गए उनके नावों को भी कांग्रेस महासचिव को दिखाया। प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस विधायक अराधना मोना आदि मौजूद हें।

बसवार में हुई पुलिस की कार्रवाई की दी जानकारी

सुजीत निषाद और बलराम साहनी ने प्रयागराज के बमरौली एयरपोर्ट पर प्रियंका गांधी का स्वागत किया। मौनी अमावस्या पर सुजीत की नाव पर ही प्रियंका सवार हुई थीं। सुजीत ने ही बसवार में हुई पुलिस की कार्रवाई की जानकारी प्रियंका को दी थी।

एनजीटी कानून आपके भलाई के लिए नहीं

पुलिस उत्पीड़न का शिकार हुए मछुआरों से उन्होंने कहा कि एनजीटी के कानून नदी की भलाई के लिए नहीं है. ना ही ये आपकी भलाई के लिए हैं. ये नियम इसलिए लागू किए जा रहे हैं ताकि उद्योगपतियों की भलाई हो. उन्होंने महिलाओं से कहा कि मैं आपकी तरह महिला हूं, मैं समझ सकती हूं आपकी पीड़ा कैसी है. अगर आपको यहां पर मारा पीटा गया