पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने ई-रिक्शा को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, करीब 800 चापाकल की मरम्मति का अभियान शुरू

बिहार में फरवरी से ही गर्मी बढ़नी शुरु हो गई और इस बार अनुमान है कि मार्च से मई तक भीषण गर्मी पड़ेगी. गर्मी में अधिकत्तर चापाकल खराब मिलते है लेकिन पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने इसको लेकर कई कदम उठा रहे हैं. गर्मी के बढ़ते प्रभाव के कारण आम लोगों को पेयजल की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए डीएम ने  स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, कार्य प्रमंडल पटना पश्चिमी/ पूर्वी के तत्वावधान में चापाकल की मरम्मति हेतु हिंदी भवन परिसर से ई-रिक्शा/ पिकअप भान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

करीब 800 मरम्मति योग्य चापाकलों की सूची तैयार

इस कार्य के सफल एवं सुचारु संपादन सुनिश्चित कराने के लिए प्रत्येक प्रखंड में दो -दो वाहन (अर्थात कुल 46 वाहन)आवश्यक कर्मी एवं संसाधन के साथ भेजा गया है। इसके लिए जिला अंतर्गत प्रत्येक प्रखंड में अकार्यरत/त्रुटिपूर्ण चापाकलों का सर्वेक्षण कर सूची तैयार की गई है। सर्वेक्षण के द्वारा करीब 800 मरम्मति योग्य चापाकलों की सूची तैयार की गई है।

चापाकल की मरम्मति का अभियान शुरू

तदनुसार प्रखंडवार / पंचायतवार कार्ययोजना तैयार कर चापाकल की मरम्मति का अभियान शुरू कराया गया है। इसके लिए प्रत्येक प्रखंड अंतर्गत मरम्मति के कार्य की मानिटरिंग कनीय अभियंता द्वारा तथा मरम्मति कार्य पर्यवेक्षक एवं मिस्त्री के माध्यम से किया जाएगा। प्रत्येक वाहन पर एक पर्यवेक्षक एवं दो मिस्त्री को भेजा गया है। जिलाधिकारी ने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सभी कार्यपालक अभियंता को खराब चापाकलों की मरम्मति कार्य योजना के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण तरीके से करने का निर्देश दिया है।

जिलाधिकारी के साथ पटना पश्चिम के कार्यपालक अभियंता केके नारायण पटना पूर्वी के कार्यपालक अभियंता प्रभात कुमार जिला जनसंपर्क पदाधिकारी प्रमोद कुमार सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।