बिहार विधानसभा में आज भी हंगामा देखने को मिल रही है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बजट सत्र के दौरान पहले सवाल ने ही भूचाल ला दिया. तेजस्वी यादव ने सदन में कह दिया कि कैसे-कैसे लोग मंत्री बन जाते हैं. सदन में आवाज इतनी ज्यादा थी कि मंत्री प्रमोद कुमार तेजस्वी यादव के सवाल नहीं सुन पा रहे थे. फिर तेजस्वी यादव ने उन्हें हेड फोन लगाने के लिए कहा, लेकिन जब प्रमोद कुमार नहीं समझे तो उन्होंने यह भी कह दिया है कि कैसे-कैसे लोग मंत्री बन जाते हैं.
सदन में इस तरह की गलत परिपाटी शुरू की जा रही
तेजस्वी यादव की टिप्पणी बीजेपी सदस्यों को रास नहीं आई इसके बाद सदन में बीजेपी के सभी विधायक उठ खड़े हुए जोर-जोर से तेजस्वी के ऊपर अपनी नाराजगी जताने लगे. डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद ने तेजस्वी के बयान को आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि सदन में इस तरह की गलत परिपाटी शुरू की जा रही है. नेता प्रतिपक्ष को कोई अधिकार नहीं कि वह तय करें कि कौन मंत्री बनेगा और कौन नहीं. मंत्रियों के ऊपर उनकी टिप्पणी अशोभनीय है.
कबाड़ के भाव में चीनी मिल बेच रही सरकार
प्रश्नोतर काल में तेजस्वी यादव ने समस्तीपुर चीनी मिल का मामला उठाते हुए कहा कि यहां 20 करोड़ का कबाड़ बेचा गया और 9 करोड़ ही वसूल किए जा सके. कबाड़ को बेच कर दो बंद पड़ी शुगर मिलों को और बर्बाद किया जा रहा है. तेजस्वी यादव के सवाल पर गन्ना उद्योग मंत्री प्रमोद कुमार ने जवाब देते हुए कहा कि बिल्डिंग की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से की गई है.
वहीं इस मामले पर हस्तक्षेप करते हुए स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि अगर कोई अधिकारी सरकार की तरफ से ऐसा जवाब देकर सदन को बरगलाना चाहता है तो उसके ऊपर कड़ी कार्रवाई भी होनी चाहिए.
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