पटना में नाइट कर्फ्यू के प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित कराने हेतु डीएम और एसएसपी ने अधिकारियों के साथ की बैठक,शाम 6बजे तक दुकानों को बंद कराने का सख्त निर्देश

जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक श्री उपेंद्र कुमार शर्मा ने नाइट कर्फ्यू के प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित कराने तथा कोविड संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु कोषांग के वरीय /नोडल पदाधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संबद्ध सभी अनुमंडल पदाधिकारी/ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी/ प्रखंड विकास पदाधिकारी/ अंचलाधिकारी एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के साथ बैठक की तथा आवश्यक निर्देश दिया। इसके लिए सभी अनुमंडल पदाधिकारी/ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी/ प्रखंड विकास पदाधिकारी/ अंचलाधिकारी/ थानाध्यक्ष को क्षेत्र में भ्रमणशील होकर सरकारी आदेश का अनुपालन कराने को कहा।

शाम 6बजे तक दुकानों को बंद कराने का सख्त निर्देश

इस क्रम में जिलाधिकारी ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को संध्या 6:00 बजे तक अपने अपने क्षेत्र की दुकानों को बंद कराने का सख्त निर्देश दिया। उन्होंने महत्वपूर्ण चौक चौराहों पर बैरियर /ट्रॉली /ड्रॉप गेट लगाने तथा पुलिस फोर्स की तैनाती कर लोगों के अनावश्यक आवाजाही पर रोक लगाने का निर्देश दिया। साथ ही आवश्यक सेवाओं का भी ध्यान रखने को कहा। नाइट कर्फ्यू संबंधी आदेश तथा कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन कराने हेतु आम लोगों के बीच प्रचार प्रसार करने पर बल दिया गया। इसके लिए आज हिंदी भवन परिसर से जिलाधिकारी के कर कमलों के द्वारा 24 प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। रूट चार्ट के अनुरूप सभी वाहन शहरी क्षेत्र के प्रमुख मार्गों पर परिचालित होकर आम लोगों को जागरुक एवं प्रेरित करेंगे। प्रचार वाहन के माध्यम से लोगों को अपने अपने घरों से अनावश्यक नहीं निकलने तथा भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में नहीं जाने तथा मास्क लगाने , 2 गज की सामाजिक दूरी का पालन करने, तथा यत्र तत्र नहीं थुकने के बारे में अवगत कराया जा रहा है।

सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी जागरुक करने का आदेश

जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को पीएचसी /सीएचसी एवं रेफरल अस्पताल के तहत एक-एक प्रचार वाहन चलाने का निर्देश दिया ताकि सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी जागरुक एवं प्रेरित किया जा सकें। जिलाधिकारी ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों की आशा के माध्यम से मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया ताकि ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों पर भी नजर रखी जा सके तथा समुचित इलाज किया जा सके। उन्होंने होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों का आशा के माध्यम से 10 दिनों तक मॉनिटर करने तथा उसके टेंपरेचर, ऑक्सीजन लेवल ,मेडिसिन, टेस्टिंग , एवं स्टीकर लगाने संबंधी बिंदुओं की निगरानी करने का निर्देश दिया।उन्होंने प्रखंडवार रिपोर्ट तैयार कर पंचायतवार / गांववार आशा के माध्यम से मॉनिटरिंग करने को कहा। इसके लिए संबंधित गांव में पॉजिटिव केस की संख्या/ रिकवरी किए हुए व्यक्तियों की संख्या/एक्टिव केस की संख्या संबंधी डाटा तैयार करने तथा प्रतिदिन निगरानी रखने का निर्देश दिया ताकि ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों पर भी समुचित नजर रखी जा सके। उन्होंने आवश्यकतानुसार कंटेनमेंट जोन बनाने कांटेक्ट ट्रेसिंग करने तथा मेडिकल किट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी अनुमंडल पदाधिकारी को आइसोलेशन सेंटर को सक्रिय एवं कार्यशील बनाने का निर्देश दिया। साथ ही बाहर से आने वाले प्रवासी श्रमिकों को रोजगार प्रदान करने हेतु पंचायतवार डाटा तैयार करने तथा उनके कार्य की विशिष्टता /उपलब्ध संसाधन के अनुरूप रोजगार की व्यवस्था हेतु मनरेगा /पीएचईडी /पंचायत/ उद्योग के तहत अभियान चलाकर स्कीम चलाने का निर्देश दिया।