
१. समाहर्ता-सह-जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा एनएच-119डी भारतमाला परियोजना फोरलेन आमस-रामनगर खण्ड की समीक्षा की गई। जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, पटना रंजन चौधरी द्वारा जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया गया कि जिला प्रशासन द्वारा खण्ड के 10.7 किमी में भौतिक दखल-कब्जा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, परियोजना कार्यान्वयन इकाई, गया एवं क्रियान्वयन एजेंसी मेघा इंजीनियरिंग को दे दिया गया है। शेष 2.5 किमी में मक्के की फसल कटने के बाद लगभग 10 दिन में भौतिक दखल-कब्जा दे दिया जाएगा।
२. गौरतलब है कि विगत बैठक में जिलाधिकारी द्वारा दिए गए निदेश के आलोक में कार्यकारी एजेंसी मेघा इंजीनियरिंग द्वारा धनरुआ में 11 मई से तथा फतुहा अंचल में 22 मई से परियोजना स्थल पर कार्य शुरू किया गया। पटना सिटी एवं मसौढ़ी के अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी स्वयं स्थल पर मौजूद रहे। विधि-व्यवस्था संधारण हेतु दण्डाधिकारियों और पुलिस बल की तैनाती की गई थी, यद्यपि जिला प्रशासन को बड़े पैमाने पर किसानों के किसी विरोध का सामना नहीं करना पड़ा। परियोजना कीे सभी बाधाओं को दूर करते हुए प्रारंभिक कार्य यथा सीमांकन, समतलीकरण, अपशिष्ट सामग्री तथा झाड़ी सफाई कार्य पूर्ण कर लिया गया।
३. धनरूआ अंचल के 8 मौजा और फतुहा अंचल के 4 मौजों में एलाइनमेंट के सीमांकन का कार्य भू-अर्जन अमीनों के तीन-सदस्यीय टीम द्वारा किया गया। दिनांक 11.05.2023 से शुरू होकर यह कार्य 23.05.2023 को समाप्त हो गया। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग की तमाम बाधाएं दूर हो गई हैं। राजमार्ग परियोजना के इस खण्ड में सड़क निर्माण हेतु आगे की कार्रवाई की जा रही है।
४. गौरतलब है कि एनएच-119डी आमस-रामनगर खण्ड भारतमाला परियोजना अंतर्गत कुल 12 मौजा है जिसमें चार फतुहा तथा आठ धनरूआ अंचल में पड़ता है। फतुहा अंचल में राबीयाचक, भेड़गावा, जैतीया एवं वाजीदपुर मौजा तथा धनरूआ अंचल में बघबर, बहरामपुर, पिपरावॉ, बिजपुरा, नसरतपुर, छाती, टरवॉ एवं पभेड़ा मौजा पड़ता है। डीएम डॉ. सिंह के निदेश पर त्वरित गति से मुआवजा भुगतान हेतु अक्टूबर, 2021 एवं अप्रैल-जुलाई-दिसम्बर, 2022, फरवरी-मार्च 2023 में कैम्प का आयोजन किया गया तथा तृतीय नोटिस वितरित किया गया।
५. अधियाची विभाग एनएचएआई को सभी 12 मौजा में 221.62 एकड़ भूमि का दखल-कब्जा दे दिया गया है।
६. इस परियोजना हेतु एनएचएआई द्वारा कुल 123.24 करोड़ की राशि दी गई है। अब तक 220 रैयतों के बीच कुल 36.09 करोड़ की राशि का भुगतान किया जा चुका है तथा यह लगातार जारी है।
७. पटना जिला के फतुहा अंचल में इस सड़क की कुल लम्बाई 4.4 किमी है जिसमें से 2.6 किमी का भौतिक दखल-कब्जा दे दिया गया है। धनरूआ अंचल में कुल लम्बाई 8.8 किमी है जिसमें 8.1 किमी का भौतिक दखल-कब्जा दिया गया है। शेष भूमि 2.5 किमी मेें मक्के की फसल लगी होने की वजह से और किसानों के अनुरोध पर निर्णय लिया गया कि भूमि के इस अंश का भौतिक दखल-कब्जा मक्के की फसल कटने के बाद दिया जायेगा।
८. जिन 2 अंचलों से होकर यह सड़क परियोजना गुजर रही है उसमें से फतुहा अंचल के 4 गाँवों से संबंधित परियोजना की राशि किसानों द्वारा मुआवजा भुगतान में अभिरुचि नहीं लेने के कारण विशेष भू-अर्जन न्यायाधीश, पटना के न्यायालय में जमा कर दी गई है। इससे पहले किसानों को तीन बार मुआवजा प्राप्त करने हेतु नोटिस दिया गया और स्थानीय अखबारों में आम सूचना का प्रकाशन भी किया गया। ज़मीन की प्रकृति में परिवर्तन की माँग कर किसानों द्वारा मुआवजा नहीं लेने के कारण माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में मुआवजा की राशि (25.34 करोड) को न्यायालय में जमा कर दी गई। धनरूआ अंचल के 8 गाँवों में मुआवजा भुगतान का काम तेजी से चल रहा है।
९. परियोजना-भारतमाला के अन्तर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग सं0 119डी के आमस रामनगर खण्ड अन्तर्गत धनरुआ अंचल में मौजा-बघवर, थाना सं0-300, बहरामपुर-299, पिपरावॉ-297, बिजपुरा-296, नसरतपुर-306, छाती-307, पभेरा-102, टरवॉ-310, फतुहा अंचल अन्तर्गत जैतीया-79, बाजीदपुर-77, भेडगावॉ-73, राबीयाचक-71 में कुल अर्जित रकवा 221.62 एकड़ भूमि का अर्जन किया गया है। सभी 12 ग्रामों का अधिसूचना दिनांक 26.09.2020 तथा अधिघोषणा दिनांक 28.03.2021 को प्रकाशित किया गया।
डीपीआरओ, पटना।
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