बिहार की राजधानी पटना में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के वर्चुअल रैली की विशेष व्यवस्था की गई है। बताया गया है कि पटना महानगर में चारों विधानसभा में मंडल स्तर तक हर शक्ति केंद्रों पर लोग बिहार जनसंवाद रैली में शामिल होंगे। प्रदेश मंत्री शम्भू शरण पटेल ने बताया कि सारे विधानसभा में हर बूथ पर एक टीवी स्क्रीन लगाकर 35 से 40 की संख्या में शारीरिक दूरी बनाकर कार्यक्रम को सुना जाएगा। साथही हर बूथ पर मास्क एवं सेनेटाइजर की व्यवस्था रहेगी। सभी जिला पदाधिकारी अपने शक्ति केंद्रों पर ही रहेंगे। यह कार्यक्रम बिहार में लगभग 9547 शक्ति केंद्रों एवं अन्य स्थानों पर होगा, साथ ही उन्होंने ने बताया कि इसके अलावा लोग अपने घरों एवं अन्य स्थानों से भी गृह मंत्री अमित शाह की डिजिटल रैली में शामिल होंगे। गौरतलब है कि भाजपा ने हर उस व्यक्ति के पास शाह की रैली का लिंक भेजा है, जिन्होंने अपने मोबाइल से पार्टी की सदस्यता के लिए मिस कॉल दिया था। भाजपा ने ऐसे 56 लाख लोगों की पहचान की है।
भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के दुसरे कार्यकाल के एक वर्ष पूरे होने पर माननीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी के द्वारा दिनांक 7 जून 2020 को शाम 4 बजे से बिहार जन संवाद किया जाएगा। इसे आप सभी लोग @BJP4Bihar पर लाइव देख सकेंगे। @BJP4India pic.twitter.com/h5po6f1MrI
— shambhu sharan patel (@shambhusharanp1) June 4, 2020
इस कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जसवाल, प्रभारी भूपेंद्र यादव, डिप्टी सी एम सुशिल मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव एवं अन्य वरिष्ट नेता बिहार जन संवाद रैली में भाजपा प्रदेश कार्यालय में शामिल होंगे जबकि पटना से कुम्हरार विधायक अरुण कुमार सिन्हा राजा कम्युनिटी हॉल अशोक नगर कंकड़बाग रोड नंबर 1, दीघा विधायक संजीव चौरसिया अम्बेडकर काॅलोनी, यारपुर में जबकि बांकीपुर विधायक नितिन नवीन फ्रेजर रोड शक्ति केंद्र, बंदर बगीचा अपने आवास पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ रैली में शामिल होंगे। भाजपा पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक आशुतोष कुमार शाही ने बताया वर्चुअल रैली में राज्य के 8 हजार से ज्यादा पूर्व सैनिक शामिल होंगे।
जदयू का कार्यक्रम पहले से तय
सूचना जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि हमारी पार्टी किसी राजनीतिक दल के कार्यक्रम के प्रत्युत्तर में कार्यक्रम नहीं करती है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौर में संक्रमण का खतरा है। लोगों से मिलना जुलना बंद है, मुख्यमंत्री, पूर्व से ही के विभिन्न लोगों से संवाद करते रहे हैं। ऐसे में कोविड-19 में सरकार द्वारा किए गए कार्य, जो एक नजीर बना है। सरकार के कार्यक्रमों को कार्यकर्ताओं से संवाद करके उनको तथ्यों से लैस करना, जानकारी देना और उनके फीडबैक के आधार पर भविष्य की कार्य योजनाओं में सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। उन्होंने ये भी कहा कि जिलों में जदयू पदाधिकारियों के साथ बातचीत का कार्यक्रम पहले से तय है।
राजद करेगी प्रतिकार
राजद प्रवक्ता मृतुन्जय तिवारी ने कहा कि हमारी पार्टी ने प्रतिकार करने का निर्णय लिया है। इस सरकार ने संकट काल में जो मजदूरों गरीबों का मौत हुआ, उस पर संवेदना शोक प्रकट करने के बदले जश्न का काम किया है। चुनाव की तैयारी कर रही है तो उसी दिन हमारे नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव ने कहा था कि हम प्रतिकार करेंगे और सरकार से हमारा सवाल है गरीब की थाली खाली क्यों है। मजदूरों को सरकार ने अपराधी बताया। सरकार ने मजदूरों को गुंडा बताया साथही उनको रोजगार देने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि हम बता दें कि इसका जवाब बिहार की जनता बहोत जल्द देने जा रही है। सरकार को इसका जवाब देना पड़ेगा। डबल इंजन की सरकार को यह सरकार गरीब विरोधी है। यह सरकार मजदूर विरोधी है।
कांग्रेस भी करेगी रैली का विरोध, उड़ाएंगे गुब्बारा
भाजपा की वर्चुअल रैली का कांग्रेस भी विरोध करेगी। युवा कांग्रेसियों ने काला गुब्बारा उड़ाने की योजना बनाई है। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के रिसर्च विभाग एवं मैनिफ़ेस्टो कमिट चेयरमैन आनन्द माधव ने कहा कि एक तरफ देश का गरीब मजदूर वर्ग दो वक्त की रोटी के लिए तड़प रहा है वहीं दूसरी तरफ भाजपा सत्ता का खेल खेलने में व्यस्त है। सरकार गरीबों, मजदूरों और नौजवानों के सवाल पर चुप क्यों है?
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