मुकेश सहनी के बाद अब तेजस्वी को भी याद आई फूलन देवी की तस्वीर शेयर कर बताया ‘क्रांतिकारी नायिका’, Chirag ने कहा उनके पिता रामविलास पासवान मानते थे अपनी बहन

तेजस्वी यादव ने फूलन देवी की पुण्यतिथि के मौके पर उन्हें दी थी श्रद्धांजलि तेजस्वी यादव ने फूलन देवी की तस्वीर शेयर करते हुए उन्हें ‘क्रांतिकारी नायिका’ करार दिया चिराग पासवान ने भी फूलन देवी को याद करते हुए कहा कि रामविलास पासवान उन्हें छोटी बहन के तौर पर मानते थे

नई दिल्ली: बिहार सरकार में मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) प्रमुख मुकेश सहनी द्वारा यूपी चुनाव से ठीक पहले फूलन देवी का जिक्र छेड़ने और उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद दो अन्य नेता तेजस्वी यादव और लोजपा सांसद चिराग पासवान ने भी पूर्व सांसद को उनकी पुण्यतिथि पर याद किया।

निशाद समाज से आने वालीं फूलन देवी ने यूपी के मिर्जापुर से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। बाद में उनकी 2001 में हत्या कर दी गई थी।

तेजस्वी यादव ने रविवार को लालू प्रसाद के साथ एक जनसभा में मंच पर बैठीं फूलन देवी की तस्वीर को ट्वीट किया और ‘क्रांतिकारी नायिका’ बताया। तेजस्वी ने लिखा, ‘वर्चस्ववादी सोच को चुनौती देने वाली क्रांतिकारी नायिका एवं नारी अस्मिता की प्रतीक पूर्व सांसद वीरांगना फूलन देवी जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन एवं शत-शत नमन!’

वहीं, अपने राजनीतिक भविष्य की लड़ाई लड़ रहे चिराग पासवान ने भी फूलन देवी को याद करते हुए बताया कि कैसे उनके पिता और पूर्व सासंद रामविलास पासवान तब फूलन देवी को अपनी बहन की तरह मानते थे।

चिराग पासवान ने कहा, ‘फूलन देवी का मेरे पिता के साथ मजबूत नाता था। मेरे पिता उन्हें बहन की तरह मानते थे। उन्होंने अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी और गलत चेहरों के खिलाफ कभी हार नहीं मानी।’

हालांकि, न ही तेजस्वी और न ही चिराग पासवान ने ही ये अभी साफ किया है कि उनकी पार्टी आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा में हिस्सा ले रही है या नहीं।

वहीं, दूसरी ओर एनडीए की साझीदार वीआईपी पार्टी ने जरूर संकेत दे दिया है कि वे बिहार से बाहर निषाद पहचान के तौर पर अपने पैर पसारने की तैयारी में हैं। मुकेश सहनी ने ये भी कहा है कि वे फूलन देवी की यूपी के 18 जिलों में मूर्तियां लगवाएंगे जहां निषाद समाज की अच्छी पकड़ है। साथ ही मुकेश सहनी ने हर साल फूलन देवी की पुण्यतिथि मनाने की भी बात कही है।

गौरतलब है कि रविवार को मुकेश सहनी को वाराणसी एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया था। साथ ही फूलन देवी की मूर्ति को भी उसे लगाए जाने से पहले जब्त कर लिया गया। सहनी ने बाद में कहा, ‘जिस तरह से भी हो सके मैं यूपी में निषाद समाज के लिए काम करना जारी रखूंगा।’