11 अगस्त 1942 को शहीद हुए राजेंद्र सिंह के परिजनों से मिले नीतीश: 45 मिनट तक दानापुर में शहीद के परिजनों से की बातचीत

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार की शाम अचानक दानापुर पहुंचे । दानापुर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शहीद राजेंद्र सिंह के परिजन के घर पहुंचे। वहां उन्होंने परिजनों के बीच लगभग 45 मिनट तक समय गुजारा। 11 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान सचिवालय पर झंडा फहराने के क्रम में अनीसाबाद के निवासी राजेंद्र सिंह को अंग्रेजी फौज ने गोलियों से भून डाला था। उस वक्त राजेंद्र सिंह महज 18 वर्ष के थे।

कुछ महीने पहले ही शहीद की पत्नी का हुआ निधन

शहादत से कुछ दिन पहले ही राजेंद्र सिंह की शादी हुई थी। पति के शहादत के बाद से ही राजेंद्र सिंह की पत्नी विधवा की जिंदगी पूरी उम्र गुजार दी थी। लगभग 98 वर्ष की आयु में राजेंद्र सिंह की पत्नी का देहांत कुछ महीने पहले दानापुर उनके मायके में हो गया। शहीद राजेंद्र सिंह की पत्नी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया था।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजेंद्र सिंह के परिजनों से मिलने की इच्छा जाहिर की थी। सोमवार को मौका मिलते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दानापुर स्थित शहीद राजेंद्र सिंह के परिजनों से मिलने पहुंच गए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार की शाम 6:05 बजे दानापुर उनके घर पहुंचे और 45 मिनट तक उनके घर पर रुकने के बाद वापस सीएम आवास लौट गए। दानापुर में उपस्थित पत्रकारों ने जब उनसे बातें करने की कोशिश की तो नीतीश कुमार बिना कुछ बोले चुपचाप आवास के लिए निकल पड़े।