क्या हुआ जब “वनमानुष” ने शख्स को बचाने के लिए बढ़ाया मदद का हाथ, जानिए..

आज के इस दौर में जहां इंसान, इंसान का दुश्मन बन बैठा है। हर पल मानवता और इंसानियत शर्मसार हो रहे हैं। वहीं सोशल मीडिया पर एक वैसी तस्वीर सुर्खियां बटोर रही है, जिससे इंसान सोचने पर मजबूर हो जाएगा कि आखिर हम कहां जा रहे हैं ?

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर में एक वनमानुष नदी में फंसे शख्स को बाहर निकालने के लिए मदद का हाथ बढ़ाते दिखाई देता है। वायरल हो रही तस्वीर इंडोनेशिया के बोर्नियो के एक वन क्षेत्र की है, जहां एक शख्स सांप की तलाश में नदी में उतरता है लेकिन तभी एक आरंगुटान (बंदर की एक प्रजाति) व्यक्ति के पास आता है और उसके तरफ हाथ बढ़ाकर मदद करने की कोशिश करता है।

कैमरे में कैद हुई दिल छू लेने वाली घटना

शख्स की मदद के लिए बंदर ने बढ़ाया हाथ दिल छू लेने वाली इस घटना की तस्वीर दोस्तों के साथ ट्रेकिंग कर रहे अनिल प्रभाकर ने क्लिक कर ली जो अब काफी वायरल हो रही है। उस दौर में जहां इंसान अपनों की मदद नहीं करता वहीं बंदर की इस हरकत ने लोगों को बड़ी सीख दी है। दरअसल, बोर्नियो वन क्षेत्र की नदी में सापों का भंडार है, ऐसे में वहां रह रहें बंदरों के लिए वह बड़ा खतरा बन जाते हैं। नदी में जो शख्स दिखाई दे रहा है वह वन क्षेत्र का ही एक कर्मचारी है।

बंदरों की सुरक्षा के लिए सांप ढूंढ रहा था शख्स

सांप की तलाश कर रहा था वनकर्मी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सांप होने की जानकारी मिलने के बाद शख्स वहां पुहंचा था जिससे वह बंदरों को कोई हानि न पहुंच सके। इसी दौरान पास में ही मौजूद आरंगुटान को लगा कि व्यक्ति नदी में गिर गया है और वह उसकी मदद के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाता है। तस्वीर लेने वाले इंडोनेशिया के प्रभाकर को बाद में पता चला कि वह आदमी सुरक्षात्मक परियोजना के हिस्से के रूप में काम करता है।

वार्डन ने फिर क्या किया ?

प्रभाकर ने जब वार्डन से पूछा कि उसने आरंगुटान की मदद लेने से इनकार क्यों किया तो उसने कहा, यह एक जंगली जानवर है और हम इससे परिचित नहीं हैं, लेकिन हम यहां उनकी सुरक्षा के लिए ही हैं। प्रभाकर ने सोशल मीडिया पर यह दिल छू लेने वाली तस्वीर पोस्ट की जो अब वायरल हो रही है। पोस्ट में उन्होंने लिखा, ’मुझे आपकी मदद करने दें?’ एक बार मानवता मानव जाति में मर रही है, कुछ समय बाद जानवर हमारे मूल सिद्धांतों पर वापस आ रहे हैं।

वैसे आपको बता दें कि यह घटना काफी पुरानी है, लेकिन डिजिटल हो रहे समय और समाज में इस वाकये से हमें कुछ सीखने की जरूरत है।