जमुई की पर्वतारोही निशू सिंह ने 11 दिन की चढ़ाई में माउंट एवरेस्ट के 26 हजार 200 फीट पर तिरंगा फहराया। इस दौरान वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाए गये। बता दें कि पर्वतारोहण के क्षेत्र में निशू ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। जिसके लिए वो कई बार सम्मानित हो चुकी हैं। निशू सिंह पूर्व में 5,000 और 6,000 मीटर ऊंची चोटियों पर चढ़ाई कर चुकी हैं।
जमुई जिले के बरहट प्रखंड की रहने वाली पर्वतारोही निशू सिंह ने 26 हजार 200 फुट ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा झंडा फहराया और वंदे मातरम, भारत माता की जय के नारे लगाए। बता दें कि नेपाल का माउंट एवरेस्ट जो दूनियां की सबसे ऊंची चोटी है उस पर चढ़ाई पूरी कर एक बार फिर जमुई ही नहीं बल्कि बिहार को गौरवान्वित करने का काम निशू सिंह ने किया है। नेपाल स्थित माउंट एवरेस्ट चोटी की उंचाई 26 हजार 200 फुट की चोटी पर निशू ने तिरंगा लहराया। 21 मई सुबह 3 बजे दुनियां की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट के लिए चढ़ाई शुरू की ।
निशू सिंह पर्वतारोहण में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद बीते चार साल से सफल पर्वतारोही के रूप में नाम कमा रही हैं। इस बार उन्होंने 26 हजार 200 फीट की ऊंचाई पर चढ़कर भारतीय झंडा लहराकर मिसाल कायम की। निशू सिंह ने बताया कि यह सफर 50 दिन का रहा है। निशू सिंह का 6 अप्रैल को माउंट एवरेस्ट का सफर काठमांडू नेपाल से रामेचाप से शुरू हुआ था। 10 से 15 मई को एवरेज सबमिट करने के लिए कैंप एक पहुंची थी।
18 मई को कैंप तीन और 19 तारीख को कैंप चार पहुंचकर तूफान, स्नोफॉल और ठंडी हवाओं का सामना करते हुए 9 घंटे में कैंप 4 पहुंची। जहां मौसम ठीक नहीं था। लगातार स्नोफॉल हो रही थी। विंड बहुत तेज थी। जिसके कारण पूरी रात कैंप 4 में ही बितानी पड़ी। कैंप चार से 21 मई को तीन बजे सुबह दुनियां की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट के लिए निकल गए और 21 मई को एक बजे दोपहर 26 हजार 200 फीट पर पहुंचकर तिरंगा फहरा दिया। पर्वतारोहण के क्षेत्र में निशू ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। जिसके लिए वो कई बार सम्मानित हो चुकी हैं। निशू सिंह पूर्व में 5,000 और 6,000 मीटर ऊंची चोटियों पर चढ़ाई कर चुकी है।
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