बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की गुत्थी अब एक नया मोड़ ले लिया है। गौरतलब है कि इस केस में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इसकी जांच शुरू की है। इस केस में ईडी को मनी लॉन्ड्रिंग का शक है। बता दें कि एजेंसी ने बिहार पुलिस को पत्र लिखा है और सुशांत सिंह राजपूत के मामले में दर्ज प्राथमिकी की कॉपी मांगी है। जिसके बाद धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है।
25 जुलाई को पटना पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में सुशांत के पिता के के सिंह ने अभिनेता रिया चक्रवर्ती और पांच अन्य को उनकी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया है कि रिया और अन्य आरोपियों ने सुशांत के पैसे ऐंठे हैं। गौरतलब है कि 34 साल के सुशांत ने 14 जून को मुंबई में बांद्रा स्थित अपने अपार्टमेंट में आत्महत्या कर ली थी। एफ़आईआर में, सुशांत के पिता ने आरोप लगाया है कि सुशांत के बैंक अकाउंट से 15 करोड़ रुपये किसी दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर हुए हैं। यह किसका खाता है इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है।
सुशांत के पिता ने रिया पर सुशांत को दवाई का ओवरडोज देने का आरोप भी लगाया है, सिंह ने कहा पूछने पर रिया ने झूठ बताया कि सुशांत को डेंगू हो गया है। खबर है कि ईडी इस बात की जांच करेगा कि क्या राजपूत का धन अवैध तरीके से छीना गया है साथही मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए FIR का एनालिसिस करेगी।
जहाँ एफ़आईआर आईपीसी धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना), 341(जबरन नियंत्रण में रखना), 342 (गलत इरादों से बांधे रखना), 380 (आवास गृह में चोरी), 406 (आपराधिक विश्वासघात) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत दर्ज की गई है। इनमें से धोखाधड़ी का अपराध PMLA के तहत विधेय अपराधों की श्रेणी में आता है।
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