भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने राजद में छिड़े घमासान पर तंज कसते हुए कहा कि राजद की लालटेन शीघ्र ही बुझने वाली है। अरविंद सिंह ने कहा कि जगदानंद बाबू ने रणक्षेत्र में दमदार उपस्थिति दर्ज करते हुए तेज प्रताप के करीबी छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव को पद से हटा दिया। इससे राजद में जगदा बाबू और तेज प्रताप के बीच रणभेरी बज चुकी है। हालांकि अब दोनों भाइयों के बीच असली लड़ाई ठन गई है। क्योंकि जगदानंद सिंह को तेजस्वी यादव का समर्थन प्राप्त है। दो भाइयों के बीच पार्टी में वर्चस्व की लड़ाई से पूरा राजद दो फाड़ हो गया है। जगदानंद सिंह और तेजस्वी समर्थक एक तरफ दूसरी तरफ तेज प्रताप और उनके समर्थक। उन्होंने कहा कि देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि राजद के सजायाफ्ता अध्यक्ष कोई फैसला लेते हैं या फिर पुत्र मोह में मौन दर्शक बने रहते हैं।
- लोकसभा चुनाव के पहले चरण के 21 राज्यों की 102 सीटों पर थम गया प्रचार का शोर, कल होगा मतदान; तय होगा 1625 उम्मीदवारों का सियासी भाग्य
- लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने जारी किया एक और सूची; रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से नारायण राणे को टिकट
- शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा पर ED की बड़ी कार्रवाई, पुणे स्थित बंगले समेत 98 करोड़ की संपत्ति अटैच
- दुबई के बाद ईरान में भी बदला मौसम का मिजाज, दिल्ली समेत इन इलाकों में अगले चार दिनों तक बारिश का अनुमान
- तेजस्वी की सभा में चिराग को गाली देना पड़ा महंगा, NDA के नेता चुनाव आयोग से की शिकायत
आगे आकर बिहार के जनता को वें बताते हैं कि नहीं कि उनका बड़ा पुत्र अक्षम है, या सिर्फ वें छोटे पुत्र को ही चाहते हैं वैसे इतना तय है राजद का यह तूफान ऐसे ही नहीं थमने वाला है, यह तूफान राजद की लालटेन बुझा कर ही दम लेगा। कुछ दिनों की अनुपस्थिति के बाद अपने पुत्र के मोह में पुत्र के दबाव में जगदानंद बाबू ने बड़ी सोच -समझकर मजबूती के साथ एंट्री मारी है।
अरविंद सिंह ने कहा है कि आदरणीय जगता बाबू को यह पता नहीं है की राजद संगठन का दल नहीं है, परिवारिक पार्टी है। उनकों बुढ़ापा में सम्मान नहीं सिर्फ अपमानित होकर श्री लालू परिवार से उनको राजद में रहना पड़ेगा। इससे पुत्र मोह में फंसे जगतानंद सिंह जी के पूरे समाज को ठेस पहुंच रही है।
You must be logged in to post a comment.