नही रहे बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह, लंबे समय से चल रहे थे बीमार

बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह हमारे बीच नही रहे, उनका निधन हो गया है. सदानंद सिंह की तबीयत से बीते कुछ दिनों से खराब चल रही थी और आखिरकार आज उन्होंने अंतिम सांस ली है. बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने उनके निधन की जानकारी साझा करते हुए ट्वीट किया है.

मालूम हो कि सदानंद सिंह 2000 से 2005 तक बिहार विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे. वह 1990 से 1993 तक जिला कांग्रेस कमेटी, भागलपुर के अध्यक्ष रहे. वह बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष भी रहे. वह करीब 10 साल से कांग्रेस विधायक दल के नेता के पद पर रहे। सदानंद सिंह बिहार सरकार में सिंचाई और ऊर्जा राज्यमंत्री रह चुके थे.

सदानंद सिंह की गिनती बिहार के सबसे अनुभवी कांग्रेसी नेताओं में होती रही. वह भागलपुर की कहलगांव विधानसभा सीट से 12 बार चुनाव लड़े जिसमें से 9 बार जीत हासिल की. सदानंद सिंह के नाम सबसे ज्यादा बार विधानसभा चुनाव जीतने का रिकॉर्ड दर्ज है. साल 2015 में वह कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बावजूद अपनी सीट बचाने में सफल रहे थे.

सदानंद सिंह के निधन की खबर आने के साथ बिहार के राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी समेत कई नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सदानंद सिंह जी के निधन पर गहरी शोक-संवेदना व्यक्त करता हूँ। उनका लंबा सामाजिक-राजनीतिक अनुभव रहा। वो एक कुशल राजनेता थे। ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति तथा शोक संतप्त परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूँ।

हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने सदानंद सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि सदानंद बाबू की कमी हमेशा खलेगी.