अब तक 6 लाख से ज्यादा लाभुकों को बिहार फाउंडेशन के माध्यम से विभिन्न राज्यों में दी गई मदद- बिहार सरकार  

मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार के निर्देश पर लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न राज्यों में बिहार के फंसे लोगों के राहत पहुॅचाने के लिए हरसंभव मदद मुहैया करायी जा रही है। बिहार फाउण्डेशन द्वारा दिल्ली सहित 12 शहरों में 48  राहत केंद्र बनाए गए हैं जहां भोजन के साथ-साथ फूड पैकेट्स भी वितरित किये जा रहे हैं। जिसका व्यय मुख्यमंत्री राहत कोष से किया जा रहा है।

बिहार फाउंडेशन के माध्यम से महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम जैसे राज्यों के कई शहरों यथा मुंबई, पुणे, नागपुर, सूरत, अहमदाबाद, गोवा, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, सिक्किम तथा दिल्ली में राहत केंद्र चलाए जा रहे हैं। प्राप्त सुचना के अनुसार लोगों को प्रतिदिन दोनों समय का भोजन और प्रति व्यक्ति 15 दिन के लिए राशन पैकेट भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं जिसका निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया है।  48 राहत केंद्रों पर  28 मार्च से अब तक 6 लाख 11 हजार लोगों को सुविधाएं उपलब्ध करायी जा चुकी हैं जहाँ अब तक देश भर में 39,185 लोगों को राशन पैकेट वितरित किया गया है जिसमें दिल्ली में रहने वाले बिहार के 19,055 लोग शामिल थे। इस राशन पैकेट में 5 किलोग्राम चावल, 3 किलोग्राम आटा, 1.5 किलोग्राम दाल, 500 ग्राम सरसों तेल, 500 ग्राम नमक, 2 किलोग्राम आलू, 1 किलोग्राम प्याज, 2 किलोग्राम पोहा/चूड़ा, हल्दी पाउडर 50 ग्राम, मिर्ची पाउडर 50 ग्राम, साबुन 1, गुड़/जैगरी 500 ग्राम शामिल है।

बिहार फाउंडेशन द्वारा अब तक 5 शेल्टर होम महाराष्ट्र में एवं 01 तमिलनाडु में शुरु किये गये हैं, जिसकी कुल क्षमता 66.40 है। इनमें अब तक 2,700 श्रमिक रह रहे हैं। विस्थापित श्रमिकों की बढ़ती संख्या की स्थिति में शेल्टर होम की क्षमता बढ़ायी जा सकती है। कई जगहों पर प्रवासी बिहारियों के लिए आवासन एवं चिकित्सकीय सुविधा की व्यवस्था की गई है। अनेक जगहों पर अस्थायी राहत शिविर भी बनाए गए हैं।

सरकार कोरोना संक्रमण के खतरे के प्रति पूरी तरह से सचेत है और इसके संक्रमण को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है। कोरोना वायरस से लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि इसके प्रति हम सबको सजग एवं जागरूक रहना होगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे राज्य के लोगों एवं राज्य के बाहर रहने वाले बिहार के लोगों, जरूरतमंदों एवं मजदूरों की मदद के लिये उनसे निरंतर सम्पर्क बनाये रखें।