बिहार के इन लोगो ने PM को क्यों कहा THANKS ! पढ़े इनकी कहानी…

केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के दौरान लोगों को परेशानी से निजात दिलाने के लिए सहायता के रूप में जो कदम उठाए हैं, उसका कार्यान्वयन तत्परता पूर्वक किया जा रहा है ।जरूरतमंदों तक सही समय पर यह पहुंचे इसकी मॉनिटरिंग भी प्रशासन की ओर से की जा रही है। यही वजह है कि ससमय लोगों को इसका लाभ मिल रहा है। इसकी स्वीकारोक्ति बिहार के विभिन्न जिलों के लोग कर रहे हैं ।लाभार्थियों का कहना है कि आज की परिस्थिति में केंद्र सरकार का यह सहयोग उनके घर परिवार के लिए काफी उपयोगी साबित हुआ है और इसके लिए हमारे प्रधानमंत्री धन्यवाद के पात्र हैं । हम सभी उनके इस सहयोग के लिए उनके प्रति आभार प्रकट करते हैं।

…… और अप्पू ने मां की आंखों में मैंने सुकून का भाव देखा

कोरोना संक्रमण की वजह से लगाए गए लॉक डाउन की वजह से हमारी जिंदगानी मानो ठहर सी गई ।कभी इस तरह की और इतने दिनों की बंदी जैसी स्थिति का सामना नहीं किया था। परिवार की माली हालत भी ऐसी नहीं थी कि ऐसे वक्त के लिए खाने पीने का सामान घर में इकट्ठा करके रख लेता। किसी तरह मेहनत मजदूरी करके घर में दो वक्त के खाने का इंतजाम करता था, लेकिन लॉक डाउन की वजह से घर में बैठना पड़ा। यह कहना है नौजवान अप्पू कुमार का। ये भागलपुर जिले के गोलाघाट, नया बाजार के रहने वाले हैं। इनके घर में इनकी मां सुधा देवी के नाम से राशन कार्ड है। इनके घर में राशन खत्म हो गया अब मन में यह बात बैठ गई कि लॉक डाउन में सब कुछ बंद है, तो फिर कार्ड पर राशन भी नहीं मिलेगा। ऐसी स्थिति में इनके परिवार का भरण पोषण कैसे होगा? इस सवाल को लेकर यह परिवार परेशान था।

तभी एक सुखद खबर इन्हें मिली कि केंद्र सरकार की ओर से राशन कार्ड पर इस विषम परिस्थिति में अतिरिक्त अनाज दिया जाएगा। यह राशन दुकान पर गए तो इन्हें इनके कार्ड में दर्ज यूनिट के हिसाब से 20 किलो अतिरिक्त अनाज मिला। इसमें दो किस्म का अरवा एवं उसना चावल तथा गेहूं शामिल हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत इन्हें मिली सहायता लॉक डाउन की अवधि में भी इनके लिए बड़ी राहत साबित हुई है। घर के दरवाजे पर बैठी इनकी मां की आंखों में इस सहयोग से उत्पन्न खुशी की चमक दिख रही थी। साथ ही संतोष का भाव भी झलक रहा था। इस परिवार ने इस अहम सहयोग के लिए प्रधानमंत्री के प्रति अपना धन्यवाद प्रस्तुत किया है

बुरे वक्त में किसान सम्मान निधि ने रमेश को दिया हौसला

किसानी कार्य से आज पढ़े-लिखे नौजवान भी जुड़ रहे हैं। इसे वह अपने रोजगार का अहम क्षेत्र तो मानते ही हैं साथ ही देश के विकास एवं कल्याण में इस माध्यम से अपना अहम योगदान भी। ऐसी ही भावना के साथ कृषि कार्य से जुड़े हैं- रमेश कुमार। इनकी आजीविका का साधन है खेती । इसके जरिए ये अपने परिवार का भरण पोषण एवं अपनी अन्य जरूरतों की पूर्ति करते हैं। यूँ तो लॉकडाउन की वजह से घर में खाने पीने की बहुत दिक्कत इन्हें नहीं हुई, लेकिन पैसे खत्म हो गए तो अपने खेत की जरूरत को पूरा करने की समस्या इनके सामने आ गई। जाहिर है ये परेशान रहने लगे।

इसी दौरान इन्हें अपने मोबाइल पर बैंक से संदेश आया कि आपके खाते में ₹2000 जमा किए गए हैं। केंद्र सरकार के प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत इन्हें मिली यह राशि इनके लिए बड़ी राहत साबित हुई है तथा इसके जरिए इनकी खेती को लेकर चिंता भी काफी हद तक दूर हो गई है। सीतामढ़ी जिले के रुन्नीसैदपुर गांव के रहने वाले रमेश कुमार इसके बाद प्रसन्नचित्त भाव से अपने खेत खलिहान में जाकर आगे के काम की तैयारी में जुट गए हैं। अपनी खुशी का श्रेय ये प्रधानमंत्री जी को देते हुए उनके प्रति अपना आभार जताते हैं।

‘उज्जवला ‘ से रौश्न हुई रूपा की रसोई

पटना जिले के फुलवारी शरीफ थाना अंतर्गत एक गांव है गोनपुरा। यहां रूपा कुमारी अपने परिवार के साथ रहती हैं। घर की स्थिति अच्छी नहीं है, लेकिन अभाव में भी अपने आशियाने में इनका परिवार आधी अधूरी खुशी में भी सुख चैन से रहता है। लेकिन लॉकडाउन में कमोबेश सभी परेशान हो रहे हैं तो आर्थिक तंगी झेलने वाले इस परिवार की परेशानी भला कैसे कम हो सकती है। इनके घर में यूं तो कई सारी दिक्कतें थी, लेकिन गैस खत्म हो जाने से दिक्कत बढ़ गई। केंद्र के उज्जवला योजना से इन्हें गैस कनेक्शन मिला था, जो इनके लिए काफी उपयोगी साबित हुआ। लेकिन लॉक डाउन के कारण कामकाज बंद हो जाने से घर में पैसे खत्म हो गए। ऐसी स्थिति में गैस सिलेंडर खरीदना इनके लिए मुश्किल हो गया। लेकिन केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत इनके बैंक खाते में गैस सिलेंडर की खरीद के लिए पैसे आ गए। ये बैंक जाकर पैसे ले आई और फिर उस पैसे से इनके घर में सिलेंडर पहुंच गया और इनकी परेशानी दूर हो गई। संतोष के भाव के साथ उन्होंने इस सहयोग के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद कहा।

ऐसी लाली की दूर हुई परेशानी

भागलपुर जिले के नया बाजार की रहने वाली लाली देवी भी रूपा कुमारी की तरह परेशान थी। उनके घर की स्थिति भी इन से मिलती जुलती है, लेकिन समस्या थोड़ी अलग थी। लाली देवी के घर में राशन खत्म हो गया। परेशानी के इस दौर में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना इनका सहारा बना। इस योजना के तहत इन्हें राशन कार्ड पर 25 किलोग्राम अतिरिक्त खाद्यान्न मिला। इससे खाने की इनके घर की समस्या दूर हो गई। इस सहयोग के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री के प्रति खास तौर पर अपना धन्यवाद प्रेषित किया है।