कोरोना से बचना है तो सिक्किम से सीखिए, आप भी सरकार भी…

जब देश दुनिया में कोविड महामारी का हाहाकार है। हर रोज हजारों नये मरीज मिल रहे हैं। हजारों मौत की नींद सो रहे हैं। ऐसे में अपने शासन और अनुशासन की बेमिसाल सर्तकता के साथ कोरोना की नो एंट्री की तस्वीर पेश की है भारत के एक उत्तर-पूर्वी राज्यों ने। सिक्किम ऐसा राज्य हैं जहां 24 अप्रैल शाम 3 बजे तक कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया है। नगालैंड में यही स्थिति है। सिक्किम में 70 से ज्यादा संदिग्ध मामले जरूर थे, लेकिन जांच में सभी निगेटिव निकले।

27 जनवरी से हो रही है स्क्रीनिंग

सिक्किम की सीमा चीन से सटी है, जहां से पूरी दुनिया में यह खतरनाक वायरस फैला, बावजूद इसके इस राज्य ने अपने यहां कोरोना वायरस को घुसने नहीं दिया। इस असाधारण सफलता की वजह स्थानीय प्रशासन की मुस्तैदी और सिक्किम के लोगों का कड़ा अनुशासन है। राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह गोले ने कहा कि चीन के साथ विस्तृत सीमा साझा करने के कारण बड़े पैमाने पर कदम उठाए गए, जिसके अप्रत्याशित परिणाम मिले। यहां प्रशासन ने देश में सबसे पहले कदम उठाया। 27 जनवरी को ही राज्य के सभी प्रवेश केंद्रों पर स्क्रीनिंग अनिवार्य कर दी गई।

विदेशी यात्रा का ब्योरा तुरंत लिया गया

राज्य में ताजातरीन विदेश यात्राओं का ब्योरा तुरंत खंगालकर उन्हें तुरंत सरकारी क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया। कम आशंका वालों को घर में ही आइसोलेट रहने के लिए प्रोत्साहित किया गया। संदिग्धों के नमूनों की तुरंत जांच कराई गई। कोरोना के बारे में सोशल मीडिया से जागरूकता फैला रहे राघव क्षेत्री ने कहा- प्रदेश में कोविड-19 का एक भी मामला नहीं आना हमारे लिए बहुत अच्छी बात है, लेकिन अभी खुशी मनाने का वक्त नहीं है। हमें और सतर्क रहने की जरूरत है। कुछ खामियों को तुरंत दूर करना जरूरी है। सिक्किम में एक भी कोरोना टेस्टिंग लैब नहीं है। यहां से नमूने उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेजे जाते हैं, इसलिए यहां लैब की जल्द से जल्द व्यवस्था की जानी चाहिए।

सर्तकता इतनी कि घर में अलग-अलग सोते हैं लोग

राज्य के हीं एक नागरिक ने बताया कि वे लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं। हम देख रहे हैं कि देश के विभिन्न हिस्सों में कुछ लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं, जो बेहद अफसोसजनक है। गंगटोक के सूरज दरजी ने बताया-सिक्किम में गंदगी नहीं है, इसलिए भी कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा कम है।

तो सरकारी व्यवस्था और लोगों की विशेष सर्तकता की वजह से कोरोना वायरस अब तक इस राज्य को छू भी नहीं सका है। ऐसे में जरूरत है अन्य राज्यों की सरकारों और हमें स्वयं सिक्किम जैसे राज्यों से सीख लेने की। कोरोना के खिलाफ जंग को मजबूत करने की।