मुजफ्फरपुर के गांवों में कौन मचा रहा है काला पानी से तबाही, पढ़िए खास रिपोर्ट…

कहते हैं पानी जीवन दायिनी है। ये जीवन देती है पर मुजफ्फरपुर के दो गांव इन दिनों काले पानी से परेशान हैं। यह पानी उनकी जिंदगी में दुखों की सौगात बांट रहा है। दरअसल यह गंदा पानी सुधा डेयरी से निकल रहा है और इसकी जद में दो से अधिक गांव के लोग तबाह हो रहे हैं, मुजफ्फरपुर से ये खास रिपोर्ट।

कई गांव के लोगों के जीवन को कर रहा प्रभावित

जीवन दायिनी पानी इन दिनों मुजफ्फरपुर के कई गांव के लोगों के जीवन को प्रभावित कर रहा है। बीमारियों की सौगात बांट रहा है, फसलों को खत्म कर रहा है…पेड़ों को सूखा रहा है, यह हानिकारक केमिकल युक्त पानी मुजफ्फरपुर स्थित सुधा डेयरी से निकल रहा है। दरअसल सुधा डेयरी ने अपनी फैक्टी से निकलने वाले हानिकारक केमिकल युक्त अवशिष्ट पानी के लिए कोई प्रबंध नहीं किया है। इस केमिकल युक्त पानी की निकासी फैक्टी से इतनी ज्यादा है कि यह फैक्टी के नालों से निकलकर आसपास के गांव में फैल गया है।

कोल्हुआ और सादतपुर के लोगो के लिये नासूर बना काला पानी

केमिकल युक्त पानी यहाँ के दो पंचायत कोल्हुआ और सादतपुर के लोगो के लिये नासूर बन गया है पहले तो इस पानी ने यहाँ के लोगो के खेतों को वर्वाद किया पेड़ पौधे कितने सुख गए अब यह सुधा देहरी का गंदा पानी बस्तियों में लोगो के घरों तक पहुँचने लगा है जिससे स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है अब स्थानीय लोग आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं । सादतपुर के मुखिया अनिल चौबे कहते हैं कि इस पानी में यहां के लोगों की जिंदगी बर्बाद कर दी है. हम फसल नहीं उगा पा रहे हैं वक्त कोरोना का है ऐसे में रोजी रोटी का संकट है और सेहत का भी. वहीं इसी गांव के शंभुनाथ चौबे कहते है कि हमलोग कई बार सुधा डेयरी प्रशासन से शिकायत की लेकिन सुनने वाला कोई नहीं

पानी ने लोगों की बढ़ाई चिंताए

सुधा डेहरी का यह केमिकल युक्त पानी दोनो पंचायतों में लोगो के घरों तक पहुँच गया है लोगो के घरों के आगे पीछे हर जगह वही केमिकल वाला पानी देखने को मिल रहा है । कोविड महामारी के दौर में इस पानी ने लोगों की चिंताए और बढ़ा दी है. गांव वाले इस बात से परेशान है कि गांव में कोई बड़ी महामारी न हो जाये । उधर इस बावत जब शिफ्ट इंडिया की टीम ने डेयरी प्रबंधक से बात की तो उन्होंने सारा ठीकरा बरसात पर फोड़ते हुए कहा कि बरसात के कारण यह समस्या उत्पन्न हो रही है और जल्द ही इसका निदान निकाला जाएगा।

बहरहाल इस काले पानी ने दो गांव की जिंदगी तबाह कर रखी है। वक्त रहते अगर इसपर कोई पहल नहीं की गयी तो किसी बड़ी महामारी से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।