इस मुहूर्त में भाई की कलाई पर बांधें राखी का बंधन, भाई-बहन की सभी इच्छाएं होगी पूरी

आज देश भर में रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जा रहा है। आज सोमवार और पूर्णिमा दोनो होने के कारण कहा जा रहा कि यह योग भगवान महादेव की विशेष कृपा दिलाने वाला होगा। इस बार रक्षा बंधन पर शताब्दी में पहली बार चतुर्योग में आया है। इस बार भद्रा और राहुकाल 9.30 से पहले ही समाप्त हो रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस योग में भाई-बहन की सभी इच्छाएं पूरी होंगी।

इस वक्त बांधे राखी

आज राहुकाल प्रातः 07 बजकर 30 मिनट से 09 बजे तक रहेगा इसके बाद सुबह 9 बजकर 28 मिनट तक भद्रा फिर पूर्णिमा तिथि रात्रि 09 बजकर 29 मिनट तक उपरांत प्रतिपदा तिथि का आरंभ हो रही है।

माना जाता है कि रक्षा बंधन के दिन अपराह्न यानी कि दोपहर के वक्त राखी बांधनी चाहिए।अगर अपराह्न समय न हो तो प्रदोष काल में राखी बांधना शुभ होता है। यह भी कहा जाता है कि बहनों को भद्र काल में अपने भाई को राखी नहीं बांधनी चाहिए। पौराणिक कथा के अनुसार, रावण की बहन ने रावण को भद्र काल में राखी बांधी थी। जिस वजह से रावण का सर्वनाश हो गया था।

राखी बांधने का अपराह्र मुहूर्त:आज 3 अगस्त 2020 को दोपहर 01 बजकर 16 मिनट से दोपहर को 04 बजकर 24 मिनट तक है।
राखी बांधने का प्रदोष मुहूर्त आज अगस्त 2020 को शाम 07 बजकर 07 मिनट से रात 09 बजकर 15 मिनट तक है।