श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र पटना में विज्ञान और तकनीक का उत्सव सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम(22 से 28 फरवरी) का आज दूसरा दिन है। ‘पर्यावरण योद्धा और हमारी गौरैया’ पटना, बिहार द्वारा “गौरैया संरक्षण अभियान” प्रदर्शनी ने बच्चों और दर्शकों को खूब पसंद आया। गौरैया संरक्षण अभियान प्रदर्शनी के दौरान गौरैया संरक्षण को लेकर बच्चों और दर्शकों को जानकारी दी गई।
इस प्रदर्शनी में गौरैया के आवासी संकट यानी घोंसला के विभिन्न प्रारूपों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है। प्लाई, गत्ता, बांस, मिट्टी आदि से निर्मित घोंसला प्रदर्शित किया गया है। ताकि बच्चे गौरैया संरक्षण से जुड़े और अपने अपने घरों पर गौरैया के आवासीय संकट से उबरने के लिये घोंसला(बॉक्स) लगाये। प्रदर्शनी में गौरैया के आहार क्या क्या है उसे भी रखा गया है। साथ ही तरह तरह का दाना घर को भी प्रदर्शित किया गया है।
प्रदर्शनी में गौरैया संरक्षक एवं लेखक संजय कुमार की चर्चित पुस्तक “अभी मैं जिंदा हूं गौरैया” को प्रदर्शित किया गया है। मौके पर पर्यावरण योद्धा के अध्यक्ष निशांत रंजन ने बच्चों और दर्शकों को बताया कि आख़िर गौरैया संरक्षण क्यों जरूरी है। यह भी बताया कि कैसे गौरैया इंसान और किसान की मित्र है, जो विज्ञान के बहुत करीब है। पुस्तक में भी बताया गया है कि गौरैया इकोसिस्टम की अंग है और इसके प्रकृति में रहना वैज्ञानिक पक्ष है। “अभी मैं जिंदा हूं गौरैया” पुस्तक के प्रति बच्चे खास दिलचस्पी दिखा रहे हैं। प्रदर्शनी के दौरान सी आर पी एफ पटना के कमांडेंट मुन्ना कुमार सिंह ने प्रदर्शनी स्टॉल का मुआयना किया औऱ गौरैया के संरक्षण की दिशा में किये जा रहे कार्य की सराहना की।
श्रीकृष्णा विज्ञान केंद्र में विज्ञान प्रसार के सहयोग से प्रमुख 75 भारतीय वैज्ञानिकों एवं उनके भारत के विकास में ज्ञान विज्ञान और तकनीक में योगदान को याद करते हुए प्रदर्शनी लगाई गई है। इसके साथ लोकप्रिय व्याख्यान,विज्ञान के चलचित्रों की प्रदर्शनी, विज्ञान प्रदर्शनी आदि का आयोजन चल रहा है। इसमें पटना के कई स्कूलों के बच्चें भाग ले रहे हैं।
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