बिहार में घर बनाना हुआ अब महंगा, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के दामों में बढ़ोतरी होने से आम आदमी के जेब पर पड़ा महंगाई का दोहरा मार।


पेट्रोल, डीजल, गैस, भोजन सामग्री, भवन निर्माण सामग्री की कीमतो के आसमान छूने के बाद अब महंगाई की मार घरेलू इलेक्ट्रॉनिक सामान (एसी, टीवी, फ्रिज, पंखा, कूलर एडजस्ट, वाटर मोटर, मिक्सर ग्राइंडर, हीटिंग मैटेरियल) पर पड़ता नजर आने लगा है।

महंगाई का डबल अटैक।

इलेक्ट्रिक वायरिंग के उपयोग में लाये जाने वाले आइएसआइ मार्का व प्रतिष्ठित कंपनी के 10 फीट के पीवीसी पाइप का दाम 80 रुपए से बढ़कर 135 रुपये तक पहुंच गया है। 90 मीटर तार के बंडल की कीमत 1490 रुपये से बढ़कर 1900 रुपये पर पहुंच गयी है। माडलर/ प्लास्टिक बोर्ड (जिसमें स्विच फिक्स होता है) की कीमत 20 फीसद तक बढ़ गई है। साधारण सीलिंग फैन पहले एक हजार रुपए में मिल जाता था। अब वह 1400 रुपये में मिल रहा है। टेबल फैन 1200 के बजाय 1400 रुपये में मिल रहा है।

क्या कहते हैं व्यवसायी और खरीदार


इलेक्ट्रॉनिक दुकानदारों का कहना है कि पहले एक कमरे में पांच हजार रुपये के सामान में वायरिंग हो जाता था। अब इसके लिए करीब दस हजार रुपये लग रहे हैं।

रूस-यूक्रेन युद्ध से बढ़ी मुश्किल


व्यवसायियों का कहना है कि चीन से कच्चा माल नहीं आ रहा है। यूक्रेन में छिड़ी जंग के चलते कॉपर सप्लाई प्रभावित है। प्लास्टिक के कच्चे माल पीवीसी दाने की कीमत बढ़ गई है।

गौरतलब है कि पहले से देश में पेट्रोल, डीजल और खाद्य पदार्थों के दामों में हुए इजाफे से आम आदमी की जेब ढीली पड़ गई है। इसके बाद अब इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के दामों में बढ़ोतरी होने से आम आदमी को महंगाई का दोहरा मार सहना पड़ सकता है।