बिहार में आनेवाले यात्रियों की होगी एअरपोर्ट, रेलवे स्टेशनों पर कोरोना जांच

बिहार सरकार ने कोरोना के तीसरी लहर को लेकर अलर्ट मोड में है। राज्य के मधुबनी जिले में एकसाथ कई दर्जन कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद से बाहर से आने वाले यात्रियों की कोविड जांच का सिलसिला फिर से तेज हो गया है। दरअसल, रेलवे स्टेशन के अलावा एयरपोर्ट पर यात्रियों की एंटीजन किट से जांच की जा रही है। पटना में इस पर खास ध्‍यान दिया जा रहा है.गौरतलब है कि दुर्गापूजा के साथ शुरू हो रहे त्योहारों के मौसम में दूसरे राज्यों से बड़ी संख्या में लोगों के बिहार आने की उम्मीद है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार से रेलवे स्टेशनों पर कोरोना जांच तेज कर दी है।

शुक्रवार को पहले दिन पटना के तीन रेलवे स्टेशनों पर 1194 यात्रियों की जांच की गई. एयरपोर्ट पर 26 लोगों की ही जांच हुई। 21 अगस्त से औसतन 650 से 700 यात्रियों की हर दिन जांच की जा रही थी. पटना की सिविल सर्जन डा. विभा कुमारी सिंह के अनुसार शुक्रवार को गृह मंत्रालय ने भी पर्वों के दौरान कोरोना संक्रमण की स्थिति पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। देश के उन राज्यों से जहां अब भी कोरोना के ज्यादा मामले आ रहे हैं या डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले मिल रहे हैं, वहां से आने वालों की जांच पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। इसके लिए एयरपोर्ट पर सुबह सात से रात 11 बजे तक, पटना जंक्शन, दानापुर और पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशन पर 24 घंटे कोरोना जांच की व्यवस्था की गई है।

गुरुवार को केरल से आए 961 यात्रियों की कोरोना जांच कराई गई थी .राहत की बात ये है कि सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। गत एक माह में अबतक दूसरे राज्यों से आने वाले तीन यात्रियों की ही रिपोर्ट पाजिटिव है। सिविल सर्जन ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों समेत सभी चिकित्सा प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने क्षेत्र में बाहर से आने वालों को आशा कार्यकर्ताओं से चिह्नित करा उनकी कोरोना जांच कराएं। वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों की भी जांच कराई जानी है। लेकिन सच ये भी है कि बाहर से आनेवाले लोगों का एंटीजन टेस्ट हो रहा है, जिसके रिजल्ट के सही होने की गारंटी नहीं है।