आप अकेले ऐसे इंसान नहीं हैं जिन्हें कोविड-19 और कोरोना वायरस को लेकर कंफ्यूजन है। कोविड महामारी से जंग के समय ये दोनों शब्द खूब इस्तेमाल हो रहे हैं। परेशानी यह है कि दोनो अलग-अलग है या एक हीं ? तो आइये कोरोना वायरस और कोविड-19 में फर्क को विस्तार से समझते हैं।
कोरोना वायरस और कोविड-19 में फर्क
सबसे बड़ा सवाल जो लोगों के दिमाग़ में है, वह ये है कि क्या कोविड-19 और कोरोना वायरस में कोई फर्क है? इन दोनों शब्दों का इस्तेमाल लगातार होता आ रहा है, इसलिए किसी का भी इसे न समझना आम बात है। आपको ये समझने की ज़रूरत है कि कोरोना वायरस और कोविड-19 दोनों आपस में संबंधित हैं, लेकिन ये दोनों एक नहीं हैं।
क्या है कोरोना वायरस ?
कई तरह के वायरस, और इससे उत्पन्न होने वाली बीमारियों को विशिष्ट नाम दिए गए हैं। कोरोना वायरस के एक वायरस के परिवार को संदर्भित करता है जो बीमारी फैलाने वाले वायरस के प्रसार के लिए ज़िम्मेदार हैं। इनमें से कई बीमारियां जानलेवा हैं, जैसे जैसे MERSA, SARS, ज़ुकाम।
ये नाम कैसे पड़ा
कोरोना वायरस नाम लैटिन भाषा के शब्द ’कोरोना’ से आया है, जिसका अर्थ है ताज। इस वायरस को ये नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि जब इसे माइक्रोस्कोप से देखा जाता है, तो ये एक ताज के आकार का दिखता है।
क्या है कोविड-19 ?
इसकी तुलना में, कोविड-19 नाम हाल ही में पाए गए कोरोना वायरस के एक प्रकार को दिया गया है। जिसकी शुरुआत चीन के शहर वुहान से हुई। वहीं, आधिकारिक रूप से इस पहले सिवियर एक्यूट रेस्पीरेट्री सिंड्रोम कोरोना वायरस 2 यानी SARS-CoV-2 का नाम दिया गया था। कोविड-19 वो बीमारी है जिसकी वजह से SARS-CoV-2 वायरस फैलता है।
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