पश्चिमी बिहार से लेकर मध्य बिहार तक ठिठुरेंगे लोग, मौसम विभाग बोला 2 से 4 डिग्री का गिरेगा तापमान…..

हिमालय और राजस्थान की ओर से आने वाली सूखी पछुआ हवाओ ने हिमालय और राजस्थान के बाद अब बिहारवासियों को ठिठुराने वाली है। मौसम विभाग से यह जानकारी सामने आ रही है कि आनेवाले दिनों में यह सुखी पछुआ हवाएं और जोर पकड़ने जा रही है। जिसके प्रभाव से अगले तीन से चार दिन में यानी शनिवार तक बिहार के शहरों के तापमान में दो से चार डिग्री की कमी आने के आसार बन गये हैं। खासतौर पर दक्षिण-पश्चिमी बिहार से लेकर मध्य बिहार में पटना तक ठंड में बढ़ोतरी देखने को मिलेगा।

क्या कहना है मौसम विभाग का….

आइएमडी पटना की आधिकारिक जानकारी के मुताबिक दिन में आसमान साफ रहने की वजह से धूप अधिक रहेगी। इसकी वजह से ठिठुरन अधिक महसूस नहीं होगी। सुबह और रात में खुले इलाके में इसे आज से ही महसूस किया जा सकेगा। आइएमडी के मुताबिक उत्तर-पूर्वी मॉनसून की बारिश न होने से बिहार में नवंबर में अब तक बरसात नहीं हुई है। लिहाजा बिहार में नवंबर सामान्य से अधिक ठंडा रहा है। यह स्थिति अभी लगातार बनी रहने वाली है।

सामान्य से कम हुआ न्यूनतम पारा…

इधर बिहार में न्यूनतम तापमान सामान्य या सामान्य से कम चल रहा है। बुधवार को सबसे कम न्यूनतम तापमान गया में 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान समान रूप से छपरा और मुजफ्फरपुर में क्रमश: 25.5 और 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। प्रदेश दक्षिण-पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी इलाके में पारा सामान्य से कम बना हुआ है।

डाइट चार्ट मेंटेन कर ठंड से लड़ पाएंगे आप….

गर्म खाना : बदलते मौसम में गर्म और ताजा खाना ही खाना चाहिए। ठंडी चीजों के सेवन से गला खराब हो जाता है और सर्दी-जुकाम का भी खतरा बना रहता है। इस मौसम में ठंडे और बासी खाना से परहेज करना सेहत के लिए फायदेमंद है।

हरी सब्जियां : इस मौसम में साग, पालक, मेथी पत्ता, लौकी और तोरई जैसी हरी सब्जियों का सेवन करें। सीजन की नयी सब्जियों के साथ बैगन और टमाटर भी खाएं।

सीजनल फल : अभी सेब का सीजन है। इस मौसम में आपको सेब खूब खाना चाहिए। इसके अलावा केला, अमरूद, सीताफल और पपीता खाने से भी इम्यूनिटी बढ़ती है।

हल्दी वाला दूध : रोज रात में हल्दी वाला दूध पीना चाहिए या खाने में हल्दी का अधिक उपयोग करना सेहत के लिए उत्तम साबित होगी। इससे शरीर में गर्माहट आती है और सर्दी जुकाम भी नहीं होता है। बदलते मौसम में हल्दी रोग प्रतिरोधक का कार्य करता है।

च्यवनप्राश और अदरक : खाने में अदरक, तुलसी और च्यवनप्राश को शामिल करें। अदरक- तुलसी की चाय पीएं और रात में सोते वक्त दूध के साथ च्यवनप्राश खाएं।