किस दर्द से छलक गया पूजा भट्ट की आंख, क्यों कहा जो मैंने 26 की उम्र से पहले जो किया वो अब मैं 49 की उम्र में नहीं करूंगी।

ये भी मानना पड़ेगा कि कई बार ये अदाकारा कुछ ऐसा कह जाती है, जिससे दूसरे लोग सबक लेते हुए उसे अपने व्यक्तित्व का हिस्सा बना सकते हैं।

उन्होंने ऐसी ही एक बात हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान भी कही है, जिसकी काफी चर्चा भी हुई। पूजा भट्ट उन एक्ट्रेसेस की लिस्ट में आती हैं, जो अपने विचारों को बेबाकी से सबके सामने रखती हैं।

उनकी यही अप्रोच रियल लाइफ में अपने करीबियों के सिलेक्शन में भी देखने को मिलती है। वह जो हैं, वैसी ही सबके सामने खुद को पेश करती हैं।

यहां तक कि अगर वह किसी इंटरव्यू या प्रेसमीट का भी हिस्सा बनें और उनसे सवाल हों, तो उनका वह इस तरह से अनफिल्टर्ड जवाब देती हैं कि लोग हैरान रह जाते हैं।

हालांकि, इस बेबाकी से भरे जवाबों में ही अदाकारा कई बार ऐसी बातें भी कह जाती है, जिससे दूसरे लोग सीख लेते हुए उन्हें अपने पर्सनैलिटी का हिस्सा बना सकते हैं।

इसी तरह की चीज महेश भट्ट की इस बड़ी बेटी

ने हाल ही में हुए एक इंटरव्यू के दौरान भी खुलकर कही और यकीन मानिए उन्होंने जो कहा है, उसे तो लोगों को अपने निजी जीवन से लेकर प्रफेशनल लाइफ में अपना लेना चाहिए।

ऐसा इसलिए क्योंकि ये आपको कई तरह की नकारात्मक स्थितियों से बचा सकता है। इस अपनाने में शुरुआत में आपको थोड़ी दिक्कत हो सकती है,

लेकिन यकीन मानिए लॉन्ग टर्म में ये चीज आपको फायदा ही देकर जाएगी और इसे आप खुद महसूस भी कर सकेंगे।

क्या कहा पूजा ने

ईटाइम्स को दिए इंटरव्यू में एक सवाल का जवाब देते हुए पूजा भट्ट ने कहा, ‘पिछले 19 साल कैमरे से दूरी ने मुझे अपनी जिंदगी और खुद के बारे में काफी कुछ समझने का मौका दिया।

हमेशा हीरोइन बनकर जीती तो मुझे ये अंतर्दृष्टि नहीं मिलती। एक्ट्रेस के बाद मैं फिल्ममेकर बनी। मेरे हिस्से कई हिट्स और फ्लॉप्स आईं, मैंने कई उतार चढ़ाव देखे और इसने मुझे बढ़ने में मदद की।

इसी तरह, मुझे चाहे कितना ही प्यार या पैसा दिया जाए, लेकिन मैं उस स्थिति के साथ खुद को नहीं जोड़ सकती, जिसमें मुझे ऐसे शख्स के साथ ताल्लुक रखना पड़े, जिसका मैं सम्मान नहीं करती।

जो मैंने 26 की उम्र में नहीं किया वो अब मैं 49 की उम्र में भी नहीं करूंगी।’

जब रिश्ते में न हो सम्मान

रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स तक इस बात पर जोर देते हैं कि दो प्यार करने वालों के बीच में एक-दूसरे को लेकर सम्मान होना जरूरी है। दरअसल, जब ये भाव किसी रिश्ते में होता है,

तो दोनों साथी कुछ भी ऐसा करने या कहने से बचते हैं, जो सामने वाले के आत्मसम्मान या भावनाओं को ठेस पहुंचाए। ऐसा जब होता है, तो असहमति की स्थिति जन्म लेने पर भी कपल आपस में बातचीत कर उसे सुलझा लेते हैं।

वहीं अगर सम्मान नहीं होता है, तो उन्हें एक-दूसरे पर उंगली उठाने में देर नहीं लगती, जो रिश्ते को तेजी से कड़वाहट से भरता जाता है।

प्रफेशनल लाइफ में भी आती है दिक्कत

अगर इसे ही लेकर प्रफेशनल लाइफ की बात करें, तो वहां भी तब दिक्कतें आती नजर आती हैं जब म्यूचुअल रिस्पेक्ट का भाव नहीं होता या किसी वजह से खत्म हो जाता है।

इस भाव के न होने पर दो कलीग या फिर बॉर बीच में किसी भी वर्क टॉपिक को लेकर सहम बन पाती है। ये न सिर्फ उनके लिए स्ट्रेस का कारण बन जाता है, बल्कि ग्रोथ पर भी नकारत्मक असरडालता है।

क्या करें जब ऐसी स्थिति में फंसे

पूजा भट्ट ने कुछ गलत नहीं कहा, लेकिन हर कोई उनके जैसा लकी नहीं हो सकता, जो ये चुन सके कि वह जिसे पसंद नहीं करता या फिर जिसके लिए उसके मन में सम्मान नहीं,

उससे वह दूरी बना ले। तो फिर क्या करें, जब ऐसी स्थिति आपके जीवन में आए? साइकलॉजिस्ट डॉक्टर सुजैन क्रॉस ने अपने लेख ‘हाउ टू गेट अलॉन्ग विद पीपल यू डोन्ट लाइक’ में बताया था कि ऐसे में व्यक्ति को पॉजिटिव सोचने की जरूरत है।

उन्हें ये सोचना चाहिए कि सामने वाले के साथ आपकी जमती नहीं, इसका मतलब ये नहीं कि वह आपके लिए मन में गलत इरादा रखता है। हर व्यक्ति एक जैसा नहीं हो सकता।

इसी के साथ उन्होंने समस्या का जड़ पर भी ध्यान देने का सुझाव दिया। उन्होंने हाइलाइट किया कि ये समझना जरूरी है कि आखिर वो क्या चीज है, जो आपके मन में दूसरे के लिए सम्मान को कम कर नकारात्मक भाव को जन्म दे रही है ।

ये जब समझ आ जाए, तो उस पर काम करते रिश्तों को बेहतर बनाया जा सकता है और बेटर रिजल्ट की उम्मीद की जा सकती है।