बिहार में NIA की नक्सली मूवमेंट को लेकर बड़ी करवाई, 3 ज़िलों में छापा

बिहार में शनिवार को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने कुख्यात नक्सली प्रद्युम्न शर्मा और उसके करीबियों के यहां छापेमारी की। NIA की यह छापेमारी औरंगाबाद, नवादा और जहानाबाद में की गई। छापेमारी में टीम ने क्या बरामद किया, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है। NIA की कार्रवाई जहानाबाद में प्रद्युम्न शर्मा, उसके नजदीकी विकास कुमार, राजीव कुमार, औरंगाबाद में अनिल यादव और नवादा में सहदेव यादव के ठिकानों पर कार्रवाई की गई।

जहानाबाद में चार जगह एक साथ छापेमारी

जहानाबाद जिले के हुलासगंज थाना क्षेत्र के 4 घरों में 5 घंटे तक टीम ने छापेमारी की। छापेमारी के दौरान परिवार के सदस्यों को घर से बाहर नहीं निकलने दिया गया। टीम कुछ कागजात अपने साथ ले गई है। वहीं, औरंगाबाद में NIA की टीम औरंगाबाद जिले के दो कुख्यात नक्सली भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो सदस्य प्रमोद मिश्रा और नक्सली कमांडर अनिल यादव के कई ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी में सदर और दाऊदनगर एसडीपीओ ने NIA की टीम की मदद की। दरअसल, जिले में हाल के दिनों में नक्सली गतिविधियां तेजी के साथ बढ़ी है। एक महीने के अंदर अब तक तीन बार पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो चुकी है। वहीं, कई IED विस्फोट भी बरामद हुए हैं।

सहदेव यादव का आपराधिक इतिहास रहा है

इधर, नवादा के सिरदला में नक्सली कमांडर प्रद्युम्न शर्मा के सहयोगी सहदेव यादव के घर छापेमारी की। यह कार्रवाई 4 घंटे तक जारी रही। मौके पर रजौली एसडीपीओ संजय पांडेय समेत सिरदला, रजौली, मेसकौर थाना की पुलिस मौजूद रही। NIA की टीम ने मीडिया से बात नहीं की। नवादा एसपी डीएस सांवलाराम ने बताया कि NIA टीम ने छापेमारी की है। हालांकि उन्होंने अन्य किसी जानकारी से इंकार कर दिया। खरौंध टोला के सहदेव यादव का आपराधिक इतिहास रहा है।

25 लाख रुपए का था इनामी

प्रद्युम्न शर्मा पर रजौली सिरदला कौवाकोल और गोविंदपुर थाना क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। सरकार ने उस पर 25 लाख रुपए इनाम घोषित कर रखा था। फिलहाल वो जेल में है। नक्सली प्रद्युम्न 2003 से ही नवादा सहित बिहार-झारखंड के सीमावर्ती कई जिलों में नक्सली गतिविधियों में संलिप्त रहा है। प्रद्युम्न शर्मा की सिर्फ एक आंख ही है। उसकी एक आंख डैमेज है। इस कमी को छिपाने के लिए वह हमेशा चश्मा पहनता है। इसके अलावा उसका बायां हाथ भी डैमेज है। इस बात को छिपाने के लिए वह अपने कुर्ता की एक बांह लंबी सिलवाया करता था। इससे उसकी हाथ की कमी छिप जाती थी।