बिहार की राजधानी पटना एयरपोर्ट पर मंडराते पक्षियों से विमान टकराने की घटनाएं रोकने के उपाय फ्लॉप साबित हो रहे….

हवाई अड्डे के दक्षिण रेलवे स्टेशन और फुलवारीशरीफ नगर परिषद क्षेत्र की सड़कों पर अवैध झोंपड़ियों के साथ खुले में कचरा पक्षियों की मौजूदगी का प्रमुख कारण बना हुआ है। प्रमंडलीय आयुक्त की अध्यक्षता वाली कमेटी सुरक्षित उड़ान के लिए नियमित बैठक में साफ-सफाई पर प्रस्ताव और अनुपालन की समीक्षा करती है। तमाम कोशिश के बाद फुलवारीशरीफ क्षेत्र को कचरा मुक्त नहीं किया जा सका है।

खुले में कचरा से मिल रहा पक्षियों को न्यौता…

बता दें कि सुबह 11 बजे पटना एयरपोर्ट के रनवे पर फ्लाइट का आना-जाना चालू है। कोहरे के धुंध में विमान की बत्तियां दूर से चमक रही है। रनवे पर पक्षियों का झुंड मंडरा रहा है। पक्षियों के लिए आकर्षण चिड़ियाघर और फुलवारीशरीफ रेलवे स्टेशन के आसपास पेड़-पौधे हैं। सबसे अधिक भोजन का प्रबंध फुलवारीशरीफ नगर परिषद का खुले में कचरा से होता है। रनवे के दक्षिण एयरपोर्ट के बाउंड्री से सटे रेलवे ट्रैक और सड़कों पर लोगों ने झोंपड़ी और खटाल खोल दिया है। आस-पास के मोहल्ले का कचरा यहीं फेंका जाता है।

वहीं फुलवारीशरीफ स्टेशन से सटे रेलवे फाटक पर ट्रेन गुजरने के इंतजार में दोनों ओर वाहनों की कतार लगी है। ट्रेन गुजरने के बाद स्टेशन रोड में प्रवेश करते टूटी सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण का सामना करना पड़ता है। स्टेशन के सामने पहुंचने पर झोपड़पट्टी शुरू हो जाती है। मवेशी की खटाल कतार से दिखती है। खुले में कूड़ा फेंकना और नगर परिषद का सफाई व्यवस्था साफ दिख रही है। यहां पक्षियों के लिए भरपूर आहार कूड़ा-कचरा से मिल जाता है। पूरे एयरपोर्ट इलाके में पक्षियों का झुंड भोजन की तलाश में मंडराते यहां कचरा वाले क्षेत्र में आते हैं।