एएमयू के प्रोफेसर ने रेप की घटनाओं को पौराणिक कथाओं से जोड़ा, हंगामे के बाद पद से किया गया बर्खास्त।

एएमयू ने डॉ जितेंद्र कुमार को किया सस्पेंड… एएमयू ने जे एन मेडिकल कॉलेज के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ जितेंद्र कुमार मामले में प्रथम दृष्टया मिसकंडक्ट और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच पूरी होने तक प्रोफेसर को सेवा से निलंबित कर दिया है।

भाजपा नेता ने की थी थाने में शिकायत

भाजपा नेता निशित शर्मा ने थाना सिविल लाइन में एएमयू प्रो. डॉ जितेंद्र कुमार के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने को लेकर शिकायत दर्ज करवाया था। इस संबंध में एएमयू प्रॉक्टर व रजिस्ट्रार से बातचीत की गई। एएमयू की तरफ से जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई करने की बात कही गई।


पढ़े लिखे परिवार से है प्रोफेसर का तालुकात।

एएमयू से सस्पेंड किए गए डॉ जितेंद्र कुमार का पूरा परिवार पढ़ा लिखा है। डॉ जितेंद्र कुमार की 9 नवंबर 2021 में एएमयू के जे एन मेडिकल कॉलेज में पहली पोस्टिंग हुई थी। डॉ जितेंद्र कुमार ने बिहार के दरभंगा मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया था। जितेंद्र के पिता गवर्नमेंट हाई स्कूल से सेवानिवृत्त और मां गवर्नमेंट मिडिल स्कूल में प्रिंसिपल हैं। बड़े भाई सऊदी अरब में इंजीनियर है, छोटी बहन एमबीबीएस के बाद इंटर्नशिप कर रही हैं।

धार्मिक भावना भड़काने पर डॉ जितेंद्र ने मांग ली थी माफी…

एएमयू ने विज्ञप्ति जारी करते हुए जानकारी दी थी कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन और फैकल्टी आफ मेडिसिन ने आज बलात्कार के पौराणिक संदर्भ पर एक स्लाइड की सामग्री की कड़ी निंदा की और छात्रों, कर्मचारियों और नागरिकों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए फोरेंसिक मेडिसनि विभाग के डॉ जितेंद्र कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। उनसे 24 घंटे में जवाब देने को कहा गया था। जिसपर डॉ जितेंद्र कुमार ने बिना शर्त माफी नामा सौंप दिया था।

2 सदस्यीय जांच समिति कर रही जांच…

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने पूरे मामले की जांच और इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए सुझाव देने के लिए डीन, मेडिसिन संकाय, प्रोफेसर राकेश भार्गव की सिफारिश पर दो सदस्यीय जांच समिति भी गठित की थी, जो मामले की जांच कर रही है।