बहुत जल्द राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट – UGC NET ) की परीक्षा तिथि की घोषणा कर दी जाएगी: HRD मंत्री निशंक

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने गुरुवार को देशभर के शिक्षकों से संवाद के दौरान ‘आचार्य देवो भव:’ का संदेश दिया साथही लॉकडाउन के इस मुश्किल समय में देश सेवा करने और लोगों को जागरुक करने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया। निशंक ने वेबिनार के माध्यम से शिक्षकों के साथ संवाद के दौरान दो बड़ी घोषणाएं भी की। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि

डॉ. निशंक ने गुरुवार, 14 मई को देशभर के शिक्षकों के लिए आयोजित वेबिनार में इस परीक्षा की चर्चा की। इस वेबिनार में मंत्री ने देश के अलग-अलग हिस्सों से स्कूल-कॉलेजों के शिक्षकों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए। इनमें से एक सवाल यूजीसी नेट एग्जाम डेट के बारे में भी था। इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि वो अगले कुछ दिनों में यूजीसी (UGC) के साथ मीटिंग करेंगे। इस मीटिंग में यूजीसी नेट 2020 की तारीख पर फैसला किया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा है कि जल्द ही यूजीसी नेट (UGC NET) परीक्षा की तारीख की घोषणा भी कर दी जाएगी एवं दूसरे सवाल के जवाब में कहा कि नवोदय विद्यालय की भर्ती प्रक्रिया पूरी कर चुके शिक्षकों को लॉकडाउन के बाद नियुक्ति मिल जाएगी।

उन्होंने सभी शिक्षकों को कोरोना वायरस संकट की वजह से लागू लॉकडाउन में भी अपने कर्तव्यों का पालन करने,  छात्रों तक मिड-डे मील पहुंचाने, लोगों को खाने-पीने की चीजें पहुंचाने के लिए और अन्य तरीके से देश सेवा करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि देश में हमेशा से एक गुरु का महत्व ईश्वर से ज्यादा रहा है और इसी वजह से हमें इस संकट काल में भी आचार्य देवो भव: की भावना का खयाल रखते हुए सभी शिक्षकों का सम्मान करते रहना चाहिए।

निशंक ने कहा, “कोरोना संकट काल के दौरान सभी डॉक्टरों, पुलिस कर्मियों को वह धन्यवाद कर रहे हैं लेकिन शिक्षकों ने भी फ्रंट लाइन कार्यकतार्ओं की तरह ही काम किया और उनके काम को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।”

उन्होंने कहा, “देश इस समय अभूतपूर्व स्वास्थ्य आपातकाल से गुजर रहा है, यह समय सभी के लिए  मुश्किल भरा है, अभिभावकों की अपनी चिंताएं हैं, छात्रों की अपनी लेकिन शिक्षक वर्ग इसके अलावा कई और चिंताओं से रोज रूबरू होता है। एक शिक्षक की जिम्मेदारी और बड़ी हो जाती है क्योंकि वह एक साथ कई बच्चों का अभिभावक होता है और उसको सभी का ध्यान बिना किसी पक्षपात के रखना होता है, जिस जिम्मेदारी से देश भर के शिक्षकों ने अपनी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया है वो सराहनीय है।”

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “ये शिक्षकों का ही प्रयास और विश्वास है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली को इतना सफल बना पाया, बहुत सारे शिक्षक तकनीकी में उतने निपुण नहीं थे लेकिन फिर भी उन्होंने छात्रों की खातिर प्रशिक्षण लिया और ऑनलाइन शिक्षा में अपना योगदान दिया। इस संकट काल ने इस बात को और पुख्ता किया है कि अगर देश का शिक्षक सशक्त और जिम्मेदार होगा तो वो देश हमेशा विकास के पथ पर चलेगा, इसलिए हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि आज से हम’सशक्त शिक्षक, सशक्त देश’के  संदेश के साथ आगे बढ़ेंगे।”

उन्होंने इस अवसर पर दिल्ली के प्राथमिक विद्यालय की एक अध्यापिका की कोरोना वायरस के प्रकोप से हुई मृत्यु पर शोक भी व्यक्त किया।

नवोदय विद्यालय भर्ती

अध्यापकों की नियुक्तियों पर एक सवाल का देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, “हम आठ हज़ार से ज्यादा नियुक्तियां केंद्रीय विद्यालयों में, ढाई हज़ार से ज्यादा नियुक्तियां नवोदय विद्यालयों में, 12००० से ज्यादा नियुक्तियां विश्वविद्यालयों में कर चुके हैं। इसके अलावा राज्य सरकारों ने भी काफी नियुक्तियां की हैं। नवोदय विद्यालय की जो भर्ती प्रक्रिया लॉकडाउन से पहले पूरी हो चुकी थी, उसमें चुने गए अध्यापकों को लॉकडाउन ख़त्म होने के बाद नियुक्तियां मिल जाएंगी। उनकी सरकार यह मानती है कि अध्यापकों के पद खाली नहीं रखने चाहिए क्योंकि वह देश के भविष्य को सिंचित कर रहे होते हैं।”

अध्यापकों के लिए ऑनलाइन शिक्षा के प्रशिक्षण पर जवाब देते हुए डॉ निशंक ने कहा, “शिक्षकों को ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली के लिए प्रशिक्षण का काम पूरी तत्परता के साथ चल रहा है और लाखों अध्यापक प्रशिक्षण ले भी रहे हैं। पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय मिशन ऑन टीचर्स एंड टीचिंग के तहत ई-लर्निंग संसाधन के उपयोग के लिए शिक्षकों के उत्थान के लिए शिक्षकों के प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। हमने स्कूली शिक्षा के लिए अध्यापकों को प्रशिक्षण देने के लिए निष्ठा की शुरुआत की है और उच्च शिक्षा के लिए प्रशिक्षण के लिए अर्पित की शुरुआत की है मुझे यह बताते हुए बेहद हर्ष हो रहा है कि अध्यापकों ने बढ़-चढ़ कर इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है और नई तकनीकी से खुद को जोड़ने में तत्परता दिखाई है।”

एक अध्यापक ने उत्तर पुस्तिकाएं जांचने पर सवाल किया जिसके जवाब में मंत्री जी ने कहा, “जिन अध्यापकों के पास उत्तर पुस्तिकाएं मूल्यांकन के लिए जा रही हैं उनको ऑनलाइन शिक्षण और दैनिक रिपोर्ट नहीं भेजनी होगी।”

उन्होनें अपने संवाद को ख़त्म करने से पहले सभी शिक्षकों का इस मुश्किल समय में धैर्य के साथ लॉकडाउन का पालन करने, सोशल डिस्टेन्सिंग और स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निदेर्शों का पालन करते रहने और लोगों को इसके लिए प्रेरित करने के लिए आभार व्यक्ति किया और उनसे कोरोना वायरस के खिलाफ इस जंग में पूरी ईमानदारी के साथ भाग लेने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने सभी शिक्षकों से यह भी आग्रह किया कि शिक्षक जब भी चाहें, उनके ट्विटर और फेसबुक पर जुड़ सकते हैं।