बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा (पीटी) के पेपर लीक मामले में पटना के तीन युवकों की तलाश चल रही है। इन तीन युवकों ने ही अफसरों को वायरल प्रश्नपत्र फॉरवर्ड किया था। पूछताछ में मिली जानकारी के बाद आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की एसआइटी इन युवकों के माध्यम से प्रश्नपत्र लीक की पहली कड़ी तक पहुंचने की कोशिश में लगी है।
हिरासत में लिये गये युवकों से की गयी पूछताछ
सूत्रों के अनुसार, गुरुवार को जांच टीम ने तीनों संदिग्ध युवकों की तलाश में पटना में आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की। विभिन्न थाना क्षेत्रों में यह छापेमारी देर रात तक जारी रही। जांच टीम को शक है कि ये युवक प्रश्नपत्र लीक कराने वाले संगठित गिरोह से जुड़े हो सकते हैं।
बुधवार को भी हिरासत में लिये गये थे चार लोग
इससे पहले इओयू ने बुधवार को भी पटना से चार लोगों को हिरासत में लिया था। इनके पास परीक्षा शुरू होने से पहले वायरल प्रश्नपत्र था, जिसे वाट्सएप के जरिये आगे भेजा जा रहा था। इनसे पूछताछ में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। सूत्रों के अनुसार, पेपर लीक मामले में संगठित गिरोह का हाथ होने की आशंका है। जांच टीम वाट्सएप लिंक के जरिये उन तक पहुंचने की तैयारी में है। एक-दो दिनों में पेपर लीक मामले में पर्दाफाश होने की संभावना जतायी जा रही है।
मोबाइल पर भेजे गए प्रश्न-पत्र के आधार पर पहुंचेगी एसआईटी
पेपर लीक मामले में कई चौंकाने वाला खुलासा जल्द ही हो सकता है। एसआईटी BPSC PT पेपर लीक मामले की जांच कर रही है। एक आईएएस अधिकारी और छात्र नेता के मोबाइल पर भेजे गये प्रश्न-पत्र के आधार पर उन तक पहुंचने में जुटी है। मोबाइल नंबर के आधार पर संदिग्धों की खोज की जा रही है। बुधवार को कई संदिग्ध लोगों तक पहुंचने में एसआईटी को सफलता मिली है। पटना के अलावा अन्य जगहों से लाए गए संदिग्धों के पास से आधा दर्जन मोबाइल और लैपटॉप मिला है।
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