CBSE 10th 12th Exams Result 2021: केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा, CBSE रिजल्ट से असंतुष्ट छात्रों को अगस्त में मिलेगा परीक्षा देने का मौका

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने शुक्रवार को सीबीएसई बोर्ड के विद्यार्थियों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि किसी भी छात्र की योग्यता के साथ अन्याय नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सीबीएसई की मूल्यांकन पद्धति से सभी छात्रों को उनकी योग्यता के अनुरूप परिणाम मिलेगा। जो छात्र सीबीएसई मूल्यांकन पद्धति से आए परिणाम से असंतुष्ट होंगे, उनके पास हालात ठीक होने पर परीक्षा देने का ऑप्शन रहेगा। यह वैकल्पिक परीक्षा अगस्त में हो सकती है।

सोशल मीडिया पर जारी अपने संदेश में उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने छात्रों के स्वास्थ्य व हित को ध्यान में रखकर परीक्षा रद्द करने का फैसला किया, उनका मैं आभारी हूं। मैं सुप्रीम कोर्ट का भी आभारी हूं कि उसने अपना निर्णय सीबीएसई के प्रस्ताव के अनुरूप दिया है।’

गौरतलब है कि सीबीएसई 12वीं रिजल्ट के फॉर्मूले से काफी छात्र और अभिभावक नाराज हैं। कुछ छात्रों का कहना है कि 10वीं कक्षा के अंकों को 12वीं का परिणाम का आधार नहीं बनाया जाना चाहिए। 10वीं के अंकों का असर 12वीं के प्रदर्शन पर नहीं पड़ता। कुछ छात्रों ने यह भी कहा है कि 11वीं में नए विषय होने के चलते उन्हें समझने में काफी समय लगा था। 11वीं में वह गंभीर नहीं थे। इसलिए 11वीं के मार्क्स 12वीं में जोड़ना गलत है।

आपको बता दें कि 1 जून को सीबीएसई 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई थीं। CBSE ने सुप्रीम कोर्ट के सामने बताया है कि 12वीं के एग्जाम में मार्किंग कैसे की जाएगी। 17 जून गुरुवार को इस बारे में सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया गया। इसमें 30:30:40 के फॉर्मूले के बारे में जानकारी दी गई. बोर्ड ने तफ्सील से बताया कि 10वीं, 11वीं और 12वीं के मार्क्स को किस तरह कैलकुलेट करके 12वीं के फाइनल नंबर दिए जाएंगे। वहीं 18 जून को सुप्रीम कोर्ट ने सरकार के बोर्ड रिजल्ट फॉर्मूले को स्वीकार कर लिया था।

बता दें कि कोरोना संकट के चलते सरकार ने 10वीं की परीक्षा पहले ही रद्द कर दी थी। इसके बाद सरकार ने 12वीं की परीक्षा रद्द करने का भी फैसला लिया। सुप्रीम कोर्ट ने 12वीं में मार्किंग के तरीके के बारे में बताने को कहा था। उसी के बाद CBSE ने ये हलफनामा दाखिल किया है। उसके मुताबिक, नंबरों का फॉर्मूला कुछ इस तरह रहेगा-

  • 10वीं, 11वीं और 12वीं के प्री बोर्ड के रिजल्ट के आधार पर 12 वीं का फाइनल रिजल्ट बनेगा।
  • 10वीं और 11वीं के मार्क्स के 30-30 फीसदी और 12 वीं के मार्क्स के 40 फीसदी नंबर जोड़े जाएंगे।
  • इसमें 10वीं के 30 फीसदी मार्क्स में 5 सब्जेक्ट्स में से 3 सब्जेक्ट के सबसे अच्छे मार्क्स को लिया जाएगा।
  • 11 वीं के सभी सब्जेक्ट्स के थ्योरी में आए 30 फीसदी मार्क्स को लिया जाएगा।
  • 12 वीं के यूनिट टेस्ट/मिड टर्म/प्री बोर्ड एग्जाम के 40 फीसदी नंबर लिए जाएंगे।