बिहार में मैट्रिक परीक्षा का आज तीसरा दिन, दोनों पाली में दूसरी भाषा की परीक्षा, मिलर स्कूल के केंद्राधीक्षक 5 साल के लिए ब्लैकलिस्टेड

बिहार में इंटर के बाद मैट्रिक की परीक्षा शुरू हो गई है…वहीं मैट्रिक परीक्षा का आज तीसरा दिन है। पहली और दूसरी पाली में दूसरी भाषा के तहत विभिन्न विषयों जैसे संस्कृत, अरबी, फारसी, भोजपुरी विषय की परीक्षा है। पहली पाली की परीक्षा  खत्म हो गई है। वहीं बिहार बोर्ड इस बार नकल पर पूरी तरह से नकेल लगाई हुई है…. सभी परीक्षार्थियों की पूरी चेकिंग करने के बाद ही उन्हें अंदर एंट्री दी गई। जूता-मोजा पहनकर आने पर भी मनाही है। वहीं, दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 2 बजे से शाम 5:15 बजे तक होगी।

परीक्षा में अबतक कुल 57 छात्र-छात्राओं को निष्कासित

 परीक्षा में अबतक कुल 57 छात्र-छात्राओं को निष्कासित किया जा चुका है। पहले दिन 24 परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया है। इसमें सबसे ज्यादा भोजपुर से 9, नालंदा, वैशाली, जहानाबाद से 1, सारण 3, मधेपुरा और जमुई के 2 छात्र शामिल थें। वहीं, दूसरे दिन कुल 33 छात्र-छात्राओं को निष्कासित किया गया। इसमें सबसे ज्यादा नालंदा के 7 छात्र शामिल थे। इसके अलावा भोजपुर और नवादा के 4, जहानाबाद 5, गोपालगंज 6, सारण 2, बक्सर, अरवल और जमुई के 1 छात्र शामिल थे।

मिलर स्कूल के केंद्राधीक्षक 5 साल के लिए ब्लैकलिस्टेड

वहीं पटना के देवीपद चौधरी (मिलर) इंटर स्कूल में समिति द्वारा मैट्रिक परीक्षा के संचालन के संबंध में जारी निर्देशों के अनुपालन में लापरवाही पाई गई। परीक्षा समिति के आदेश का अनुपालन नहीं करने के आरोप में पांच साल के लिए केंद्राधीक्षक और मूल्यांकन निदेशक को ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया है। समिति के निर्देशों का अनुपालन सही ढंग से नहीं करने के कारण केंद्राधीक्षक को हटा दिया गया। इनके जगह पर दूसरा केंद्राधीक्षक नियुक्त किया गया।

पूरे प्रदेश में 1585 परीक्षा केंद्र

परीक्षा के लिए पूरे प्रदेश में 1585 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस परीक्षा में 16,94,781 विद्यार्थी भाग लेंगे। इसमें 8,22,587 छात्र और 8,72,194 छात्राएं शामिल होंगे। इंटर की परीक्षा में छात्र-छात्राओं को जूता मोजा पहनकर जाने की अनुमति दी गई थी, लेकिन मैट्रिक की परीक्षा में ऐसा नहीं है। बोर्ड द्वारा यह कहा गया है कि सभी छात्र-छात्राएं जूता मोजा पहनकर परीक्षा देने ना आए।