बिहार विधान परिषद चुनाव के लिए सीट को लेकर फिर आमने सामने आए जेडीयू और बीजेपी, बीजेपी का दिख रहा वर्चस्व…..

बिहार विधान परिषद की 7 सीटों पर हो रहे चुनाव को लेकर एनडीए के अंदर एक बार फिर से पेंच फंसता दिख रहा है। विधान परिषद की 5 सीटों के लिए आज से नामांकन का काम शुरू हो चुका है लेकिन एनडीए को जिन 4 सीटों पर अपने उम्मीदवार भेजने हैं उसे लेकर दावेदारी भी तेज होती दिख रही है।

कटिहार में आयोजित बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के दौरान पार्टी ने 3 सीटों पर अपनी दावेदारी रखी थी। बीजेपी का संख्या बल देखते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने यह बात कही थी लेकिन अब जेडीयू ने विधान परिषद चुनाव में 50-50 का फार्मूला अपनाए जाने की बात कही है।

जदयू के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा है कि विधान परिषद चुनाव में जेडीयू और बीजेपी 50-50 के फार्मूले पर काम करेगी। 2 सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार जाएंगे और बाकी की 2 सीटों पर जेडीयू के उम्मीदवार । विजेंद्र यादव ने यह भी कहा है कि इसे लेकर बीजेपी के नेताओं से बातचीत चल रही है जबकि दूसरी तरफ प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का कहना है कि बीजेपी 3 सीटों पर अपने उम्मीदवार भेजेगी। जाहिर है विधान परिषद चुनाव में सीट बंटवारे का फार्मूला क्या होगा इसे लेकर बीजेपी और जेडीयू का फिलहाल अलग अलग दिख रही है। विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से बीजेपी के पास ज्यादा विधायक हैं जबकि जेडीयू के विधायकों की संख्या कम है ऐसे में देखना होगा कि आगे बातचीत किस तरह बढ़ पाती है।

बता दें कि बिहार विधान परिषद की 7 सीटों के लिए आगामी 20 जून को चुनाव होना हैं। इसके लिए गुरुवार से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई। सात सीटों में से तीन पर आरजेडी की तरफ से उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गई है लेकिन एनडीए खाते की बाकी बची चार सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं हो सकी है। इन चार सीटों को लेकर बीजेपी और जेडीयू के बीच खींचतान चल रही है। जेडीयू ने एनडीए खाते की चार सीटों पर 50-50 के फार्मूले पर चुनाव लड़ने की बात कही है जबकि बीजेपी तीन सीटों पर दावा कर रही है । जानकारी के मुताबिक केंद्रीय नेतृत्व ने 6 नाम तय कर भेजने का निर्देश बीजेपी प्रदेश इलाई को दिया है। ऐसे में देखना चिलचस्प होगा कि सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों दलों के बीच किस फार्मूले पर सहमति बन पाती है।