बिहार में ट्रेन का आंकड़ा 1000 पार, प्रवासी श्रमिकों एवं अन्य लोगों को लाने के लिए बिहार सरकार ने अब तक 1029 ट्रेन का किया उपयोग

  •  इस माह तक और लगभग 395 से अधिक ट्रेनों का बिहार के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर आने की है संभावना।
  •  परिवहन सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल ने कहा- विभिन्न राज्यों से चली 1029 ट्रेनों से अब तक 15,36000 प्रवासी श्रमिकों और अन्य लोगों को लाया गया बिहार।
  •  प्रवासी श्रमिकों को लाने के लिए 2 श्रमिक स्पेशल ट्रेन से शुरू हुआ कारवां , 1000 ट्रेन का सफर किया पार।
  •  सोमवार को 119 स्पेशल ट्रेन से 1.96 लाख बिहार पहुंचे प्रवासी श्रमिक व अन्य लोग।
  •  मंगलवार को लगभग 122 ट्रेनों से लगभग 2 लाख से अधिक प्रवासी मजूदरों एवं अन्य लोगों के आने की है संभावना
  •  परिवहन सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल ने कहा श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। रेलवे स्टेशनों पर पर्याप्त व्यवस्था एवं सतर्कता बरतने के लिए सभी डीएम, एसपी को दिया गया है निर्देश
लॉक डाउन में फंसे दूसरे राज्यों से प्रवासियों को बिहार लाने के लिए 2 ट्रेन से शुरू किया गया कारवां आज 1000 ट्रेन का सफर बिहार में पार कर चुका है। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि लॉक डाउन की अवधि में अब तक बिहार सरकार द्वारा 1029 स्पेशल ट्रेन का उपयोग करते हुए लगभग कुल 15,36000 प्रवासी मजदूरों, छात्र-छात्राओं एवं अन्य लोगों को बिहार लाया गया है।
बतादें कि 25 मई 2020 तक कुल 1029 स्पेशल ट्रेनों में से 130 ट्रेन महाराष्ट्र से, 48 ट्रेन कर्नाटक से, 52 ट्रेन हरियाणा से, 84 ट्रेन दिल्ली से, 200 ट्रेन गुजरात से, 71 ट्रेन पंजाब से, 67 ट्रेन उतर प्रदेश से आयी है।
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया की दूसरे राज्यों से प्रवासी मजदूरों और अन्य इच्छुक लोगों को बिहार लाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। जो भी प्रवासी श्रमिक अपने घर बिहार आने को इच्छुक हैं उन्हें स्पेशल ट्रेन द्वारा लाया जा रहा है। गौरतलब है कि प्रवासी श्रमिकों एवं अन्य लोगों को बिहार लाने के लिए शुरुआती दौर में राज्य सरकार द्वारा 1-2 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया था। आज इसकी संख्या बढ़कर 1 हजार से अधिक हो गई है। इस चुनौतीपूर्ण कार्य को सफलतापूर्वक करने के लिए राज्य सरकार एवं प्रशासन दिन रात लगा हुआ है।
वहीं इस माह तक लगभग 395 और स्पेशल ट्रेन आना प्रस्तावित है। प्रवासी श्रमिकों की सुविधा को देखते हुए जिलों के लगभग सभी मत्वपूर्ण स्टेशनों पर ट्रेनों का ठहराव किया जा रहा है। साथ ही राज्य सरकार द्वारा अंतरजिला 28 ट्रेनों का भी परिचालन किया जा रहा है।

श्रमिक स्पेशल ट्रेन से आए

परिवहन सचिव ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों को आने का सिलसिला लगातार जारी है। सोमवार को 119 ट्रेन से लगभग 1,96350 श्रमिक एवं अन्य लोग आए। महाराष्ट्र-17 ट्रेन से 28050, दिल्ली-13 ट्रेन से 21450, तेलंगाना-8 ट्रेन से 13200, राजस्थान-6 ट्रेन से 9905, हरियाणा-5 ट्रेन से 8250, तमिलनाडू-4 ट्रेन से 6600, गुजरात- 30 ट्रेन से 49500 सहित अन्य राज्यों से कुल 1,96,350 लोग आए।
प्रवासी श्रमिकों व अन्य लोगों को ट्रेन से उतरने के बाद अपने गंतव्य तक जाने में किसी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए रेलवे स्टेशनों के समीप ही जिलावार बसों की व्यवस्था की गई है। हर दिन लगभग 4500 बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन से जिला मुख्यालय/प्रखंड मुख्यालय आदि गंतव्य स्थानों तक प्रवासी मजदूरों व अन्य लोगों को पहुंचाया जा रहा है। वहीं दूसरे राज्यों से पैदल या अन्य वाहन द्वारा आए श्रमिकों के लिए बिहार के विभिन्न बॉर्डर पर 800 बसों की व्यवस्था की गई है।