पटना प्रशासन सख्त। सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचना प्रचारित करने वालों की अब खैर नहीं…

जिलाधिकारी ने अफवाह फैलाने वालों तथा गलत एवं भ्रामक सूचना प्रचारित करने वालों पर कड़ी नजर रखने तथा दोषी को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई करने का  निर्देश दिया है। बतादें कि प्रशासन ने कहा है कि वैश्विक महामारी के परिप्रेक्ष्य में कोविड-19 अधिसूचित आपदा घोषित है। इसलिए सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के बीच अफवाह फैलाने का प्रयास नहीं करें। इससे विधि व्यवस्था का संकट पैदा होता है तथा जनहित में नुकसानदेह है।

ताज़ा मामला मामला पटना के विक्रम प्रखंड का है जहां दनाडा कटारी पंचायत के मठ बलियारी निवासी मनोज कुमार ने व्हाट्सएप के माध्यम से 23 मई को गलत एवं भ्रामक सूचना प्रचारित किया गया। प्रवासी मनोज कुमार, गुजरात के जामनगर से आ कर विक्रम के जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान के क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहा हैं। गौरतलब है कि मनोज कुमार ने व्हाट्सएप के माध्यम से भोजन में कीड़ा होने का गलत सूचना प्रसारित कर लोगों को गुमराह करने की कोशिश की। आरोप है कि उनके द्वारा गलत एवं भ्रामक फोटो भी लोगों के बीच भेजा गया। साथही सरकार की छवि को ख़राब  करने तथा विधि व्यवस्था का संकट पैदा करने की कोशिश की गई। गौरतलब है कि वैश्विक महामारी के परिप्रेक्ष्य में कोविड-19 अधिसूचित आपदा घोषित है। इसके तहत मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी विक्रम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष विक्रम को संबंधित व्यक्ति मनोज कुमार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया है।

वहीं थानाध्यक्ष बिक्रम ने भारतीय दण्ड संहिता की धारा 182/188/465/500/34 तथा एपिडमिक डीजीज एक्ट की सुसंगत धाराओं के तहत बिक्रम थाना में प्राथमिकी दर्ज की है। जिलाधिकारी कुमार रवि ने निर्देश दिया है कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले तथा गलत एवं भ्रामक सूचना प्रचारित करने वालों पर कड़ी नजर रखने तथा दोषी को चिह्नित कर कठोर कार्रवाई की जाए।