जाति आधारित गणना का पहला चरण सात जनवरी से शुरू….

दो चरण में होने वाली गणना के पहले चरण में सात से 21 जनवरी तक मकानों का सूचीकरण और गृह पंजी तैयार करना है। जिलाधिकारी सह जाति आधारित गणना के प्रधान गणना अधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह ने मंगलवार को गणना की तैयारियों की समीक्षा जूम माध्यम से समाहरणालय में की। उन्होंने कहा कि इसका सफल क्रियान्वयण प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसलिए सभी अधिकारी व कर्मी इसमें सजग, तत्पर एवं सतर्क रहकर काम करें।

आंकड़ों का डिजिटल मोड में संग्रहण होना है…

डीएम ने कहा कि प्रगणक और पर्यवेक्षक गणना के दौरान आंकड़े संग्रहण के लिए जिम्मेदार प्राथमिक गणना कर्मी हैं। आंकड़ों का संग्रहण डिजिटल मोड में होना है। ससमय इनकी पोर्टल पर एंट्री भी होनी है। उन्होंने कहा कि गणना वार्डवार की जानी है। अगर किसी वार्ड की आबादी 700 से अधिक है तो वैसी स्थिति में उपगणना ब्लाक बनाए गए हैं। वर्तमान जनसंख्या का आकलन कर गणना ब्लाक का गठन किया गया है। पटना जिला में कुल 45 चार्ज (23 प्रखंड, 11 नगर परिषद, पांच नगर पंचायत तथा पटना नगर निगम के छह अंचल) में 4,613 वार्ड हैं। परिवारों की अनुमानित संख्या 20,06,677 है। जिलास्तरीय 10 मास्टर ट्रेनर हैं। शहरी एवं ग्रामीण चार्जों को मिलाकर गणना खंडों/उपखंडों की संख्या 12,696 है।

जिलाधिकारी ने किसानों के भुगतान में तेजी लाने के निर्देश दिये…

279 पैक्सों और पांच व्यापार मंडलों के माध्यम से पटना जिले में अब तक 4,992 किसानों से 35176.787 मीट्रिक टन धान खरीदा गया है। इसके एवज में 884 किसानों को 13,30,27,816 रुपये भुगतान किया गया है। जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह की समीक्षा में मंगलवार को ये बातें सामने आईं। डीएम ने जूम के माध्यम से धान खरीद की समीक्षा की। इसमें तेजी लाने का निर्देश दिया। जिला सहकारिता पदाधिकारी ने बताया पटना में कुल 331 पैक्स एवं 24 व्यापार मंडल हैं। इनमें से 279 पैक्स तथा पांच व्यापारमंडल चयनित हैं। धान खरीद के लिए इस वर्ष अब तक 58,301 किसानों ने आनलाइन निबंधन कराया है। इनमें 18,581 रैयत एवं 39,720 गैर रैयत हैं।