सिमरिया के घाटों पर तेज हुआ विकास का कार्य, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को जल्द से जल्द काम खत्म करने का दिया निर्देश…..

बेगूसराय जिले के गंगा तट स्थित सिमरिया घाट का होने जा रहा है विस्तार। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कर कल सिमरिया धाम में लगे राजकीय कल्पवास मेला- 2022 का भ्रमण करने पहुंचे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अखिल भारतीय चतुर्भुजी खालसा में महामंडलेश्वर श्री श्री 108 श्री राम उदित दास उर्फ मौनी बाबा सहित अन्य साधु-संतों से भी मुलाकात की। अखिल भारतीय चतुर्भुजी खालसा से जुड़े साधु संतों ने मुख्यमंत्री को पाग, अंगवस्त्र एवं मखाना का माला पहनाकर उनका अभिनंदन किया।



इस अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि हम यहाँ सारी चीजों को देखने के लिये आये हैं। जो सुझाव देना था वह अधिकारियों को हमने दिया है। लोगों को पूजा-पाठ करने में सुविधा हो ऐसी व्यवस्था की जा रही है।

स्नान के लिए आने वाले लोगो को नहीं होगी किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत…

यहां पर अंतिम संस्कार के लिये भी बहुत लोग आते हैं। सब तरह की सुविधा की व्यवस्था की जा रही है ताकि लोगों को कोई दिक्कत नहीं हो। इसका पूरा डिजाईन बना हुआ है। हमने कहा कि नीचे जाकर लोग स्नान करते हैं और पूजा-पाठ करते हैं तो किसी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिये। नीचे तक जाने के लिये बेहतर ढंग से सीढ़ी बनाया जाय। लोग कहां पर रहेंगे, कहां रुकेंगे, उसी को ध्यान में रखकर धर्मशाला बना रहे हैं।

बाहर से लोग आते हैं तो उनलोगों की गाड़ियों के रखरखाव की व्यवस्था, रास्ते की व्यवस्था करायी जायेगी ताकि किसी को भी कोई असुविधा नहीं हो। जब यहाँ सब कुछ बनकर तैयार हो जायेगा तो और ज्यादा लोग यहाँ आयेंगे। बाढ़ के समय पानी ज्यादा रहने पर भी अगर कोई स्नान करना चाहे तो कर सकता है, ऐसी व्यवस्था की जा रही है। मुक्तिधाम के संबंध में भी हमने निर्देश दिया है। वर्ष 2008 में सिमरिया कल्पवास मेला को राजकीय मेला का दर्जा दिया गया था। वैसे तो हमेशा लोग यहाँ आते हैं लेकिन एक महीना जो मेला लगता है उसमें लोगों को दिक्कत नहीं हो, इसे देखते हुये सभी चीजों का बेहतर ढंग से निर्माण और प्रबंध किया जा रहा है।