शिवसेना संजय रावत का बड़ा बयां आया सामने, कहा महाराष्ट्र सरकार ने तय कर लिया है, राज्य में कितना तेज बज सकता है लाउड स्पीकर।

कर्नाटक के मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों में साउंड नापने की मशीन लगाने को लेकर एक बार फिर इस मुद्दे पर देश भर में सियासत शुरू हो गई है। वहीं लाउडस्पीकर से अज़्जान के मुद्दे पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने भी एक नोटिस जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि अजान करते समय लाउडस्पीकर डेसिबल का स्तर कितना होना चाहिए। बता दें कि इससे पहले मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग की थी।

दरअसल कर्नाटक में हिंदू संगठनों ने मस्जिद से लाउडस्पीकर हटाने की मांग रखी थी। जिसके बाद सरकार ने भी इस मांग का समर्थन किया। हालांकि सरकार ने कहा कि कानून के अनुसार काम होगा। इसके बाद कर्नाटक सरकार ने सभी मस्जिदों को नोटिस जारी किया, जिसके बाद अब मस्जिदों में साउंड नापने की मशीन लगाने की तैयारी हो रही है।

पुलिस ने भेजा नोटिस

कर्नाटक में मस्जिदों को अपने लाउडस्पीकरों के आवाज को परमिट डेसिबल स्तर के अंदर उपयोग करने के लिए पुलिस से नोटिस भेजा गया है। सिर्फ बेंगलुरु में लगभग 250 मस्जिदों को इस तरह के नोटिस भेजे गए हैं। इन सभी मस्जिदों के लाउडस्पीकरों की आवाज निर्धारित मानक से तेज़ पाई गई थी। अब अधिकारियों ने मस्जिदों में ऐसे उपकरण लगाने शुरू कर दिया है जो आवाज को परमिट स्तर तक ही रखते हैं।

राज ठाकरे ने की थी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग

2 अप्रैल को मुंबई के दादर में शिवाजी पार्क के अपने भाषण में राज ठाकरे ने चेतावनी दी थी कि अगर मस्जिदों से लाउड स्पीकर नहीं उतरवाए गए तो उनकी पार्टी एमएनएस के कार्यकर्ता मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा बजाएंगे, इसकी शुरुआत मुंबई के घाटकोपर इलाके से हुई फिर नासिक में एमएनएस कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा बजाने की शुरुआत की राज्य में और भी कई इलाकों से इस तरह की खबरें सामने आई। पुणे के भद्रकाली मंदिर में पुलिस द्वारा समझाए जाने के बाद एमएनएस कार्यकर्ताओं ने लाउडस्पीकर लगाने की जिद फिलहाल छोड़ दी। इस पूरे मुद्दे पर महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वळसे पाटील ने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि अगर समाज में तनाव पैदा करने की कोशिश की गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।