PU के VC ने की मगध महिला कॉलेज में जापानी भाषा कोर्स की शुरूआत, कहा-कॉलेज को शिक्षा की बुलंदियों पर ले जाने में प्राचार्या ‘शशि शर्मा’ का अहम योगदान

राजधानी पटना के मगध महिला कॉलेज में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में एक खास कोर्स की शुरूआत की गयी। छात्राएं अब यहां जैपनीज भाषा की पढ़ाई भी कर सकती हैं। कार्यक्रम की शुरूआत पटना विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रो. एचएन प्रसाद और मगध महिला कॉलेज की प्रचार्या प्रो. शशि शर्मा ने सामूहिक दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

प्राचार्या शशि शर्मा का बेहतर योगदान-वीसी

 

इस मौके पर पीयू के वीसी डॉ. प्रो. एचएन प्रसाद ने कहा कि बिहार अब शिक्षा का अहम केंद्र बनकर उभरा है. अन्य प्रदेशों से भी छात्र यहां शिक्षा ग्रहण करने के लिए आ रहे है. जापानीज भाषा के कोर्स की शुरूआत आज की गई है. इससे बिहार की छात्राओं को काफी फायदा होगा. विश्व के मानचित्र पर अपनी पहचान बनाने मे उन्हें मदद मिलेगी. मैं खासतौर पर महाविद्यालय प्रशासन और यहां की प्राचार्या को धन्यवाद देता हूं. इनकी अगुआई में मगध महिला कॉलेज देश और दुनिया में एक नया आयाम गढ़ रहा है. इनका प्रयास काफी सराहनीय है.

कॉलेज की प्राचार्या शशि शर्मा के नेतृत्व में कॉलेज ने नई बुलंदियों को चूमा है। इनके नेतृत्व में  अपने भविष्य को नई दिशा दे रहे हैं।  उन्होंने आगे कहा कि आने वाले समय में जो भी इस कॉलेज के प्राचार्य होंगे उनके लिए एक एक बेंचमार्क बन गया है। ताकि जो कोई भी इस कॉलेज का नेतृत्व करें, वो इससे आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हों। उन्होंने कॉलेज के शिक्षकों, कर्मचारियों, और छात्राओं को बधाई भी दी।

 

 

भोजपुरी, मगही की तरह जापानी भी बोलेगी बिहार की बेटियां-शशि शर्मा

 

वहीं मगध महिला कॉलेज की प्राचार्या शशि शर्मा ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक दिन है आज यहां से जापानीज भाषा की पढ़ाई शुरू हो रही है. कोविड महामारी के कारण इस मौके पर काफी कम संख्या में इस कार्यक्रम में लोगों की यहां उपस्थिति है. पर ऑनलाइन माध्यमों से भी बड़ी तादाद में छात्राएं इस कार्यक्रम को देख रही हैं. जापानीज भाषा दुनिया के प्रमुख भाषाओं में से एक है. तकनीक की दुनिया में भी जापान का महत्वपूर्ण योगदान है. हमें खुशी हो रही है कि बिहार की बेटियां भी भोजपुरी, मगही की तरह जापानी भी बोलेगी. हमने इस कोर्स में गुणवता बनाए रखने के लिए हर कोशिश की है. हम कुलपति महोदय के भी आभारी हैं कि उन्होंने अपना बहुमूल्य समय इस कार्यक्रम में निकाला

आपको बता दें कि इस मौके पर वार्षिक रिपोर्ट कार्ड भी जारी किया गया। साथ हीं जैपनीज भाषा की पढ़ाई को लेकर एमओयू भी हस्ताक्षरित हुआ।