राजद के एकदिवसीय धरना पर जिला प्रशासन के रोक से पार्टी में नाराजगी, सरकार पर जनता की आवाज को दबाने का लगाया आरोप

कृषि बिल को लेकर देश के किसानों में आक्रोश है और पिछले 10 दिनों से दिल्ली कूच के लिए दिल्ली बॉर्डर पर डेरा जमाये हुए हैं. वहीं बिहार में विपक्ष को भी किसानों का मुद्दा मिल गया है. किसान आंदोलन को लेकर राजद आज धरना देने वाली थी, लेकिन धरना की अनुमति जिला प्रशासन नहीं दी है। शनिवार की सुबह से ही राजद कार्यकर्ता गांधी मैदान में जुटने लगे थे। धरना को लेकर सारी व्यवस्था की गई थी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी समेत बड़े नेताओं को बैठने के लिए गांधी मूर्ति के ठीक नीचे दरी व माइक की व्यवथा की जा रही थी, तभी जिलाप्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और धरना स्थल से सामान को हटाने लगी। प्रशासन के रवैये से नाराज राजद कार्यकर्ताओं ने गांधी मैदान के बाहर नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.

ज्ञान भवन के पास राजद का धरना जारी

 

आज कृषि बिल को लेकर दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन के समर्थन में महागठबंधन के नेता पटना में धरना दे रहे हैं। तेजस्वी यादव की अगुवाई में राजद, कांग्रेस और वामदलों के नेता द्वारा गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के समक्ष सुबह 10 बजे से दो घंटे के लिए सांकेतिक धरने पर बैठने का कार्यक्रम था। गांधी मूर्ति के पास धरने की अनुमति नहीं मिलने के कारण ज्ञान भवन के पास चार नंबर गेट पर धरना दिया जा रहा है। धरना स्थल पर काफी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। डीएसपी टाउन सुरेश कुमार और गांधी मैदान थानेदार सुरेश वत्स, जिला पुलिस और एन्टी राइट बटालियन के जवानों की तैनाती है।

जिला प्रशासन ने जानबूझकर अनुमति नहीं दी

वहीं राजद के किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुबोध कुमार यादव ने बताया कि जिला प्रशासन ने धरना की अनुमति नहीं दी है और यही कारण है कि हम लोगों को धरना स्थल से हटने के लिए कहा जा रहा है। जिला प्रशासन से हमलोगों ने अनुमति मांगी थी, लेकिन जानबूझ कर जिला प्रशासन ने सरकार के इशारे पर काम करते हुए धरना की अनुमति नहीं दी है।

जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव वैसे लोगों में शामिल हैं जो अकारण किसी विषय का विरोध करते हैं। कृषि कानून पर उन्हें बोलने का हक नहीं है क्योंकि उनके पिता तो किसानों के पशुओं का चारा ही खा गए थे।