कोरोना संकट के कारण इस बार भारतीय नागरिकों को हज पर नहीं भेजने का फैसला, यात्रियों की जमा पैसे लौटाएगी हज कमेटी

कोरोना वायरस के संक्रमण का असर धार्मिक आयोजनों पर भी व्यापक रूप से पड़ रहा है. कोरोना महामारी के दुनिया भर में असर को देखते हुए सऊदी अरब सरकार ने हज यात्रा स्थगित करने का फैसला किया है. केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस के संकट के कारण इस बार भारतीय नागरिकों को हज पर नहीं भेजने का फैसला किया गया है. नकवी ने कहा, ‘कल रात सऊदी अरब सरकार में हज मंत्री का फोन आया था. उन्होंने पूरी दुनिया में कोरोना महामारी के बारे में चर्चा की. उन्होंने कहा है कि हज-2020 के लिए इस बार भारत से हज यात्रियों को नहीं भेजा जाए.’ उन्होंने कहा कि हमने सऊदी अरब के फैसले का सम्मान करते हुए निर्णय लिया है कि इस बार भारतीय हज यात्रियों को नहीं भेजा जाएगा

चयनित लोगों को पैसे वापस किए जाएंगे

उन्होंने कहा कि सभी चयनित 230000 लोगों को पैसे वापस कर दिए जाएंगे. मंत्री ने कहा कि हज-2020 पर जाने के लिए चयनित लोगों को पैसे वापस किए जाएंगे. भारतीय हज कमेटी ने पिछले दिनों एक परिपत्र के माध्यम से हज-2020 पर जाने के लिए चयनित लोगों से कहा था कि हज पर नहीं जाने की इच्छा रखने वाले लोग अपने पैसे वापस ले सकते हैं.

सऊदी अरब सरकार ने हज यात्रा स्थगित किया

कोरोना वायरस के संक्रमण का असर धार्मिक आयोजनों पर भी व्यापक रूप से पड़ रहा है. कोरोना महामारी के दुनिया भर में असर को देखते हुए सऊदी अरब सरकार ने हज यात्रा स्थगित करने का फैसला किया है. इस फैसले के बाद अब हज कमेटी ऑफ़ इंडिया 2020 की हज यात्रा के लिए जमा किए गए यात्रियों के पैसे वापस करने जा रही है.

हज कमेटी ऑफ इंडिया ने जारी किया सर्कुलर

सऊदी अरब सरकार 2020 की हज यात्रा के सिलसिले में कुछ भी ठोस जवाब देने की स्थिति में नहीं है. ऐसे में हज कमेटी ऑफ इंडिया ने सर्कुलर जारी करके कहा है कि वो हज यात्रियों की जमा रकम वापस करेगी. हज कमेटी ऑफ इंडिया ने इस सिलसिले में हज यात्रियों से अनुरोध किया है कि जो भी यात्री पैसे वापस लेना चाहता है वो ले सकता है.

वेबबाइट पर फॉर्म भरने के बाद मिलेगा पैसा

हज कमेटी ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर यात्रा रद्द करने संबंधी एक आवेदन पत्र अपलोड किया गया है. इस आवेदन पत्र को भरने के बाद हज यात्रियों का पैसा सीधा उनके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाएगा. कोरोना काल में लगभग सभी धार्मिक यात्राएं रद्द की जा रही हैं. इसी संबंध में हज यात्रा को भी एहतियातन स्थगित करने का फैसला किया गया है.

लाखों श्रद्धालु हर साल करते हैं हज यात्रा

सामान्य तौर पर हर वर्ष हज यात्रा के लिए देश के लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जत्था सऊदी अरब तक पहुंचता है. इस बार कोरोना संकट को देखते हुए खुद सऊदी सरकार लोगों की जान रिस्क में नहीं डालना चाहती है. भारत ही नहीं बल्कि सभी देशों के लिए हज यात्रा को रोका गया है.

दुनिया भर के मुसलमानों को मक्का की तीर्थयात्रा की अनुमति नहीं

सऊदी अरब ने सोमवार को कहा कि यह कोरोना वायरस के कारण इस साल हज में भाग लेने के लिए विदेश से आगमन पर रोक लगाएगा, जिससे केवल सउदी नागरिकों और निवासियों की एक सीमित संख्या में तीर्थ यात्रा को सामाजिक सुरक्षा उपायों के साथ लागू किया जा सकें- घोषणा का मतलब है कि आधुनिक समय में यह पहला वर्ष होगा जब दुनिया भर के मुसलमानों को मक्का की वार्षिक तीर्थयात्रा करने की अनुमति नहीं दी गई है. जिसका उदेश्य सभी मुसलमानों को जीवनकाल में कम से कम एक बार प्रदर्शन करना है

यह निर्णय सार्वजनिक स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से एक सुरक्षित तरीके से किया जाता है ताकि सभी निवारक पायों और मानव महामारी से संबंधित जोखिमों से इस्लाम की शिक्षाओं के अनुसार मनुष्यों की रक्षा के लिए आवश्यक सामाजिक सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जा सके. तीर्थयात्रा की देखरेख करने वाले मंत्रालय ने एक बयान में कहा मानव जीवन का संरक्षण मुख्य है