भारत आज से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य बन गया है. यूएनएससी में भारत को आठवीं बार ये अहम जिम्मेदारी मिली है. भा्रत को इस पद पर दो साल के लिए चुना गया है. भारत ने सुरक्षा परिषद में व्यापक सहयोग की जरूरत को रेखांकित करते हुए कहा है कि अस्थायी सदस्य के तौर पर भारत अपने कार्यकाल में मानवाधिकारों और विकास जैसे बुनियादी मूल्यों को बढ़ावा देगा।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत का जोर बहुपक्षवाद पर भी रहेगा। टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत ने कोरोना महामारी संक्रमण के दौरान सराहनीय काम किया है और दुनिया के कई देशों को मदद मुहैया कराई है.
भारत के अलावा 4 और देश UNSC के सदस्य बने
तिरुमूर्ति ने कहा कि अपने कार्यकाल में भारत दुनिया भर में आतंकवाद से लड़ने पर जोर देगा और आतंकवाद को पनाह देने वाली ताकतों की साजिशों का पर्दाफाश दुनिया के सामने करेगा. भारत के अलावा 4 और देश UNSC के सदस्य बने हैं. ये देश हैं नॉर्वे, मेक्सिको, आयरलैंड और केन्या. इस मौके पर इंडिया टुडे ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत टीएस तिरुमूर्ति से बात की.
यूएनएससी में पांच स्थायी सदस्य और 10 अस्थायी सदस्य
भारत एक जनवरी से अस्थायी सदस्य के तौर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में शामिल होगा। यूएनएससी में पांच स्थायी सदस्य और 10 अस्थायी सदस्य होते हैं। भारत को अस्थायी सदस्य के तौर पर यूएनएससी में आठवीं बार सीट मिली है।भारत के अलावा नार्वे, केन्या, आयरलैंड और मेक्सिको वर्ष 2021 में अस्थायी सदस्य के तौर पर शामिल होंगे। इनके अलावा एस्टोनिया, नाइजर, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस, ट्यूनीशिया और वियतनाम यूएनएससी के अस्थायी सदस्य हैं।
अगस्त 2021 में यूएनएससी की अध्यक्षता करेगा भारत
चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका स्थायी सदस्य हैं। भारत अगस्त 2021 में यूएनएससी की अध्यक्षता करेगा और फिर 2022 में एक महीने के लिए परिषद की अध्यक्षता करेगा।
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