गंगा-यमुना तहजीब वाले भारत में धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने वालों का क्यों बढ़ रहा है मनोबल।

इत्तेहाद मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा का इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वह खुलेआम नफरत का जहर लोगों में घोलते नजर आ रहे हैं खुलेआम मंच से वह साफ साफ कह रहे हैं कि अगर मेरा नौजवान अपने पर आ गया तो हिंदुओं तुम्हारा क्या होगा।

दुर्भाग्य है भारत की ऐसे विवादित बयान देने वाले लोग अपने बयान देने के बाद भी खुलेआम भारत में घूमते नजर आते हैं। गंगा जमुना तहजीब का उदाहरण भारत इन्हीं नेताओं के कारण बदनाम होता है। यह लोग देश में अमन चैन को खत्म करना चाहते हैं तथा दंगा और हिंसा को बढ़ावा देना चाहते हैं। इस तरह का बयान चाहे वह हिंदू समाज की तरफ से धर्म संसद में हो या फिर किसी भी मुसलमान मौलानाओं के द्वारा हो ऐसी बातें जो समाज को खंडित करती हैं जो देश को धर्म के नाम पर बांटने का कार्य करती है सरासर गलत है। देश के सरकार को ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके ऊपर सख्त कार्यवाही करनी चाहिए जिससे पूरे देश में आपसी भाईचारे को खत्म करने वाले लोगों तक यह संदेश पहुंचे कि भारत में धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। समाज के लोगों को भी ऐसे लोगों का खुलकर विरोध करने की जरूरत है अगर लोग ऐसे लोगों का विरोध नहीं करेंगे तो इनका मनोबल बढ़ेगा ही और आने वाले भविष्य में इस प्रकार के भाषण हमें सुनने को मिलेंगे जिससे आने वाले समय में हो सकता है भारत का धार्मिक सौहार्द बिगड़े और पूरे देश में इनका हिंसा फैलाने का मंसूबा भी कामयाब हो जाए। इसलिए देशवासियों से मेरी गुजारिश है चाहे वह किसी भी धर्म किसी भी जाति के हो कि कृपया आप ऐसे लोगों का खंडन करें विरोध करें जो समाज की एकता, भाईचारे को तोड़ना चाहते हैं। ऐसे लोग किसी एक जाति समुदाय या विशेष धर्म के गुनहगार नहीं है यह मानवता के लिए खतरा है।